हरियाणा,
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 से ठीक कुछ दिन पहले कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लग गया है। अशोक तंवर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि अशोक तंवर हरियाणा कांग्रेस के पूर्व प्रधान थे और टिकट बंटवारे की वजह से ही वह काफी नाराज चल रहे थे। उन्होंने पार्टी की नई प्रदेश प्रधान कुमारी सैलजा पर टिकट बेचने का साफ आरोप लगाया था। वहीं, इसके विरोध में उन्होंने पार्टी में मिले सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था और बीते दिन ही उन्हें स्टार प्रचारक घोषित कर दिया गया था, लेकिन शनिवार को बड़ा फैसला लेते हुए तंवर ने अपनी पार्टी ही छोड़ दी थी।
अशोक तंवर ने कहा कि “क्या सिस्टम है और इसका खुलासा होना बहुत ज़रूरी है। मुझमें सही को सही कहने का जज्बा है। राहुल गांधी भी तो यही चाहते थे कि सब कुछ पारदर्शी हो, लेकिन कोई मान नहीं रहा है। कांग्रेस भक्ति की जगह पार्टी में हुड्डा भक्ति चल रही है…”यही नहीं, अशोक तंवर ने यह भी साफ किया कि उन्हें सोनिया गांधी से कोई नाराजगी नहीं है… कौन मजबूत है यह समय ही बताएगा। साथ ही पार्टी में मेरे साथी कहां जाएंगे, यह उनका अधिकार है। पार्टी में जमीनी नेताओं की बात नहीं सुनी जा रही है। जो कमेटी बनती है, उसमें भी अपनों को शामिल किया जाता है।अशोक तंवर ने कहा कि सुनवाई के लिए पार्टी में सिस्टम बनाने की जरूरत है। अगर कांग्रेस हारती है तो, वही लोग जिम्मेदारी भी लेंगे।
कौशलेन्द्र