ज्योति कुमारी पासवान की मौत और रेप की वायरल खबर का सच।कुछ दिनो पहले अपनी हिम्मत , जज्बे और अनुशासन से न केवल भारत अपितु सम्पूर्ण विश्व मे पहचान बनाने वाली ज्योति कुमारी पासवान की दबंगो द्वारा रेप और मर्डर की खबर का वाटसऐप एवं अन्य सोशल माध्यमों से वायरल हो रही है। हमने खबर की प्रामाणिकता जानने के लिए हमारे अनुभवी संवाददाता की मदद ली । जो लोग ज्योति कुमारी पासवान के बारे मे नही जानते है उनके लिए एक छोटा सा परिचय।थोडे समय पहले टिविटर पर जब मैने IVANKA TRUMP का ट्विट देखा । मैने उसे नजरअंदाज कर दिया ( जैसा कि अक्सर होता है) और नीचे स्क्रॉल डाउन करने लगा परंतु जब सोशल मिडिया के माघ्यम से इस लड़की के करिश्मे का ज्ञात हुआ तो मै विस्मित हो उठा। ज्योति ने 1200 किलोमीटर का सफर (गुडगाव से बिहार) साइकिल पर अपने विकलांग पिताजी को बिठाकर 7 दिन मे तय कर लिया। उसकी उपलब्धि इतनी शानदार थी कि भारतीय साइकिल फेडरेंशन उसे परीक्षण का न्योता दे दिया। अदभूत अकल्पनीय अविस्मरणीय !!!फिर मैने एक समाचार चैनल पर उसका साक्षातकार देखा उसने बडी ही मासूमियत से कहा “हम क्या करते मकान मालिक किराया मॉग रहा था तो हम पापा से बोले कि पापा हम आपको ले जलेगे”। उसी क्षण मुझे बिहार के एक प्रभावशाली पार्टी के संस्थापक के बेटे का बयान याद आया (चूॅकि संयोगवष वह भी पासवान जाति के ही है।) जो कि कुछ समय पहले उन्होने एकं साक्षातकार में दिया था। उन्होने सिने जगत मे अपनी असफलता के बारे मे कहा था कि मेरे सिने जगत मे कोइ गॉडफादर नही था तो मै राजनेता नही बनता तो क्या बनता ?? एक तरफ संसाधनो का अभाव होते हुए भी समृद्धि है अपितु दूसरी ओर संपन्नता होते हुए भी लाचारी।जब भी बिहारी नाम आता है तो विभिन्न कारणो से मन मे अच्छि नही बन पाती है परन्तु बिहार की बिटिया चाहे निर्भया हो या ज्योति कुमारी पासवान बिहार का नाम रोशन कर दिया। मुझे आशा है कि भारतीय साइक्लिंग फेडरेशन द्वारा ज्योति को बुलावा उसकी जिंदगीको एक नई दशा और दिशा देगा । चलते चलते इस संदर्भ मे एक शायर की मशहूर पंक्तियॉ :-बडा गुमां था ऐ सड़क तुझे अपने लंबा होने पर
देख गरीब के हौसले ने तुझे पैदल ही नाप दिया ।हमारे मे यह खबर आधारहीन और फजी पाई गई। यद्यपि बलात्कार पीडता का नाम ज्योति ही है जो कि दुखद है।परंतु इस खबर का दरभंगा जिले की ज्योति कुमारी पासवान से कोई लेना-देना नहीं है। बलात्कार की घटना भी दरभंगा जिले की ही है।
MORAL : we should do what we required to do at that moment rest the universe will take care of Everything.
लेखक
परीक्षित शर्मा