28 दिनों बाद बुलाई गई नीतीश कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है. मुख्य सचिवालय में चल रही कैबिनेट की बैठक में कुल 15 एजेंटों पर मुहर लगी है. नई सरकार के गठन के बाद पहली बैठक 17 नवंबर को हुई थी और आज दूसरी कैबिनेट मीटिंग हुई है.नीतीश कैबिनेट की आज हुई बैठक में आत्मनिर्भर बिहार की योजनाओं पर मुहर लगी है. कैबिनेट मीटिंग खत्म होने के बाद बाहर निकलते वक्त बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि सरकार ने आज हुई कैबिनेट की बैठक में अगले 5 साल के लिए सरकार के एजेंडे और नीतियों को लेकर कई प्रस्ताव पास किए हैं.आत्मनिर्भर बिहार के एजेंडे पर मुहर लगने के साथ यह तय हो गया है कि बीजेपी ने बिहार में चुनाव के पहले जो वादा जनता से किया था उस पर अब एक्शन होगा. बिहार में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए आत्मनिर्भर विहार योजना के शुभारंभ होगी.बिहार में 20 लाख रोजगार सृजन के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव पास किया है. इसके साथ ही साथ बिहार के अंदर कोरोना का फ्री टीका लगाए जाने को भी कैबिनेट ने अपनी सहमति दे दी है.रोजगार सृजन के लिए बिहार में स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया जायेगा. साथ ही साथ आईआईटी और पॉलिटेक्निक संस्थानों में ट्रेनिंग गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सेंटर बनाने का भी प्रस्ताव कैबिनेट ने पास किया है. तकनीकी शिक्षा में हिंदी भाषा को जोड़ने का भी निर्णय लिया गया है. युवाओं को व्यवसाय से जोड़ने के लिए 5,00,000 तक का अनुदान सरकार देगी. अनुदान पर 50 फ़ीसदी सब्सिडी देने का भी फैसला सरकार ने किया है.कैबिनेट में आज जिन प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई है, उसमें अविवाहित महिलाओं के इंटर पास होने पर 25,000 और ग्रेजुएशन प्राप्त करने पर 50,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी. सभी शहरों में बुजुर्ग लोगों के लिए बहुमंजिला इमारत बनाने का फैसला भी किया गया है. एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय में सरकार ने ऐसे बच्चे जिनके हृदय में बचपन से ही छेद हो उनके इलाज की मुफ्त सुविधा मुहैया कराने का फैसला किया है. इस संबंध में भी कैबिनेट ने एक प्रस्ताव पर मुहर लगाई है.
कौशलेन्द्र की रिपोर्ट.