धीरेन्द्र वर्मा की रिपोर्ट /स्वास्थ्य मंत्रालय की नई गाइडलाइन, अब पहचान पत्र नहीं होने पर भी लगेगा कोरोना का टीका.आधार या फोटो पहचान पत्र न होने के कारण टीकाकरण से वंचित रह जा रहे लोगों की बड़ी सहूलियत मिलने जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी नई गाइड लाइन में इस तरह के लोगों को राहत दी है। ऐसे लोगों की पहचान करते हुए उनके पंजीयन की जिम्मेदारी जिला प्रशासन को सौंपी गई है। अभी तक किसी भी व्यक्ति को टीकाकरण के लिए लिए आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, पासपोर्ट, पैन कार्ड, एनपीआर कार्ड या पेंशन पेपर में से किसी एक पहचान पत्र देना होता है। किसी के पास इनमें से एक भी पहचान पत्र नहीं हैं तो उन्हें टीकाकरण से वंचित रखा जा सकता है। इसके मद्देजनर मंत्रालय ने ऐसे लोगों का टीकाकरण कराने के लिए नए सिरे से गाइलाइन जारी की है। अब बिना पहचान पत्र वाले भी टीका लगवा सकेंगे। इस श्रेणी में बुजुर्ग, साधु-संत, जेल में बंद कैदी, मानसिक अस्पतालों में भर्ती मरीज, वृद्धाश्रम के लोग, भिखारी, पुनर्वास केंद्रों में रह रहे लोग शामिल होंगे। ऐसे लोगों को ढूंढने की जिम्मेदारी जिला टास्क फोर्स की होगी। वह अल्पसंख्यक विभाग, सामाजिक न्याय विभाग व समाज कल्याण विभाग के सहयोग से ऐसे लोगों की पहचान कर सकती है। इन लोगों का कोविन ऐप में पंजीकरण कराया जाएगा जिसमें लाभार्थी का नाम, जन्म का साल और लिंग दर्ज कराया जाएगा। मोबाइल नंबर और पहचान पत्र की अनिवार्यता नहीं होगी। इसका सत्यापन फैसिलिटेटर करेंगे जिसके बाद इन लोगों को कोरोना टीका लगाया जाएगा।वाराणसी में शुक्रवार को 5171 लाभार्थियों का टीकाकरण किया गया। इसमें से 3450 लाभार्थियों को प्रथम डोज़ तथा 1721 लाभार्थियों को दूसरी डोज़ लगायी गयी। इसमें 18 वर्ष से 44 वर्ष के 1560 लोगों का टीकाकरण किया गया। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. वीएस राय ने बताया कि जिनकी उम्र 18 से 44 वर्ष है उनको प्रथम डोज लगेगी और 45 वर्ष से अधिक के लाभार्थियों को 60 केेंद्रों पर सिर्फ दूसरी डोज का टीका लगाया जाएगा।