जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 02 दिसम्बर ::जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) ने अपने तय कार्यक्रम के अनुसार 02 दिसम्बर (शुक्रवार) को डॉ राजेंद्र प्रसाद की बांस घाट स्थित समाधि स्थल और समाधि स्थल के इर्द-गिर्द की साफ-सफाई जीकेसी (ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस) के सदस्यों एवं समाधि स्थल के सफाई कर्मियों के साथ की। उक्त जानकारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह बिहार प्रदेश अध्यक्ष दीपक अभिषेक ने दी।उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम जीकेसी की पटना जिला इकाई के नेतृत्व में बिहार प्रदेश द्वारा किया गया। पूरी कार्यक्रम का नेतृत्व बिहार प्रदेश अध्यक्ष दीपक अभिषेक ने किया।दीपक अभिषेक ने बताया कि 25 नवम्बर को जीकेसी ने पटना के नागेश्वर कॉलोनी (रॉयल गार्डेन अपार्टमेंट) स्थित राष्ट्रीय कार्यालय में आयोजित बैठक में निर्णय लिया था कि 3 दिसम्बर को भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद की जयंती के अवसर पर एक दिन पूर्व यानि 2 दिसम्बर को पटना के बांस घाट स्थित डॉ राजेन्द्र प्रसाद की समाधि स्थल की जीकेसी के सदस्यों द्वारा साफ-सफाई की जाएगी और 3 दिसम्बर को समाधि स्थल पर ही जीकेसी के सभी सदस्यों द्वारा मोमबत्ती और दीप प्रज्वलित किया जाएगा।उन्होंने बताया कि मोमबत्ती और दीप प्रज्वलन का मकसद आमलोगों तक देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद की जयंती का प्रकाश फैलाना है। उन्होंनेसमाधि स्थल की व्यवस्था को देखकर ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के सभी सदस्य काफी दुखी हुए कि समाधि स्थल पर आगंतुकों के लिए शौचालय, पेशावखाना और पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है।जीकेसी के सदस्यों ने तत्काल निर्णय लिया कि जल्द ही बिहार सरकार को एक ज्ञापन देकर सरकार से आग्रह करेगी कि समाधि स्थल पर आगंतुक अथितियों के लिए सभी सुविधाएं सुलभ कराई जाए और समाधि स्थल को राष्ट्रीय एवं विश्वस्तरीय स्थल घोषित की जाय।उक्त अवसर पर जीकेसी की ओर से कैप्टन रानेश रोशन, धनंजय प्रसाद, शैलेश कुमार बंटी, बलिराम श्रीवास्तव, सौरभ जयपुरियार, दीप श्रेष्ठ, दिवाकर वर्मा, दिलीप कुमार सिन्हा, नवनीत विजय, राकेश कुमार डब्लू श्रीवास्तव, राजेश सिन्हा संजू, नम्रता आनंद, शिशिर कुमार सिन्हा, अरविन्द सिन्हा, रतन कुमार सिन्हा एवं संजय कुमार सिन्हा उपस्थित थे।वहीं सफाई कर्मियों में विजय, धनु राम, भीम, अर्जुन और बिरजू शामिल थे।