दिल्ली :कौशलेन्द्र पाराशर /दस प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ नक्सल प्रभावित इलाकों की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे गृह मंत्री अमित शाह . बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पहुंच रहे हैं दिल्ली में शामिल होने के लिए.दिन भर होने वाली इस छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड, ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और केरल के मुख्यमंत्री आमंत्रित किया गया है. गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने यहां बताया कि बैठक में गृह मंत्री 10 नक्सल प्रभावित प्रदेशों में सुरक्षा स्थिति और माओवादियों के खिलाफ जारी अभियानों की मुख्यमंत्रियों के साथ .राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विज्ञान भवन में होने वाली इस बैठक के लिए भूपेश बघेल, उद्धव ठाकरे, हेमंत सोरेन, नवीन पटनायक, ममता बनर्जी, के. चंद्रशेखर राव, जगनमोहन रेड्डी, शिवराज सिंह चौहान और केरल के सीएम पिनारयी विजयन को आमंत्रण भेजा गया है.गृह मंत्री अमित शाह नक्सल प्रभावित इलाकों में सड़कों, पुलों, स्कूलों, स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण जैसे मौजूदा विकास कार्यों की समीक्षा भी कर सकते हैं. गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में माओवादी हिंसा में खासी कमी आयी है और अब यह समस्या करीब 45 जिलों में व्याप्त है. हालांकि, देश के कुल 90 जिलों को माओवादी प्रभावित माना जाता है और वे मंत्रालय की सुरक्षा संबंधी व्यय योजना के तहत आते हैं. नक्सली हिंसा को वामपंथी उग्रवाद भी कहा जाता है. 2019 में 61 जिलों से नक्सली हिंसा की रिपोर्ट आयी थी जबकि 2020 में यह संख्या घटकर 45 हो गयी.तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस बैठक में शामिल होने की पुष्टि कर चुके है. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी चोटिल होने के चलते बैठक में नहीं आ सकते हैं. अमित शाह के साथ बैठक में आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री मेकाथोती सुचरिता राज्य का प्रतिनिधित्व कर सकती हैं.