प्रियंका भारद्वाज की रिपोर्ट ; राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने भाजपा पर ओबीसी के नाम पर केवल ढोंग करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि चारित्रिक रूप से ओबीसी के हितों का विरोध करने वाली भाजपा को आज नीरव मोदी और ललित मोदी जैसे भ्रष्ट अरबपतियों को बचाने के लिए ओबीसी की याद आ रही है।राजद प्रवक्ता ने ओबीसी के नाम पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले ओबीसी समुदाय से आने वाले भाजपा सांसदों से जानना चाहा है कि सही में वे अपने को ओबीसी का हितैषी मानते हैं तो फिर राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना कराने के लिए प्रदर्शन क्यों नहीं करते और केन्द्र सरकार को मजबूर कर क्यों नहीं अधिसूचना जारी करवाते।राजद प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा लेटरल इन्ट्रि नीति लागू करने के साथ हीं सरकारी उपक्रमों का निजीकरण और विनिवेशीकरण से सबसे ज्यादा नुक्सान ओबीसी को रहा है , यदि केन्द्र की भाजपा सरकार को सही में ओबीसी के प्रति थोड़ी भी संवेदनशीलता रहती तो यैसे ओबीसी विरोधी नीतियां लागू नहीं करती। इसी प्रकार ‘ अग्नि वीर ‘ योजना लागू होने से ओबीसी के लिए सेना में जाने का रास्ता सीमित कर दिया गया पर भाजपा के तथाकथित ओबीसी सांसदों की जवान नहीं खुली।राजद प्रवक्ता ने कहा कि इससे शर्मनाक और क्या हो सकता है कि नीरव मोदी और ललित मोदी जैसे भ्रष्ट अरबपतियों के पक्ष में खड़े होने वाले भाजपा के ओबीसी सांसदों की जवान उस समय क्यों बंद हो जाती है जब ओबीसी पृष्ठभूमि से आने वाले और ओबीसी के हक-हुकूक की आवाज बने बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव सहित अन्य नेताओं को तरह – तरह के मामलों में गलत ढंग से फंसाया जाता है।