कानपुर-कौशलेन्द्र पाण्डेय
इंसाफ की मांग कर रहे उन्नाव रेप पीड़ित के परिजन उसकी कब्र के पास धरने पर बैठ गए। पीड़िता के परिजनों का कहना है कि सीएम योगी आदित्यनाथ उनसे मिलने तक नहीं आए। परिजनों ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को शव बाहर निकालने की चेतावनी दी। मौके पर पहुंचे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने पीड़ित पक्ष को समझाया कि जिला मैजिस्ट्रेट की अनुमति के बिना शव निकालना अपराध है और उन्हें वापस भेज दिया।लगातार न्याय की मांग कर रहे पीड़िता के परिजनों ने कहा कि उन्हें न तो इंसाफ मिल रहा है और न ही उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलवाया जा रहा है। बुधवार दोपहर पीड़िता के परिजन गांव से 2-3 किमी दूर खेत में बनी कब्र पर बैठकर धरना देने लगे। पुलिस का आरोप है कि परिजन कब्र खोदकर शव बाहर निकालना चाहते थे।
सूचना मिलने पर बीघापुर तहसील के एसडीएम और अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर आए। बिहार थाने के एसएचओ विकास कुमार पांडेय के अनुसार, पीड़िता के परिजन मुख्यमंत्री को गांव बुलाना चाहते हैं। पीड़िता के परिजनों को समझाया गया कि एक बार किसी को कब्र में दफनाने के बाद सिर्फ जिला मैजिस्ट्रेट के आदेश पर ही शव बाहर निकाला जा सकता है। इस कानून का उल्लंघन अपराध है और कड़ी कार्रवाई भी हो सकती है।