वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा है कि अगर महागठबंधन में सम्मान नहीं मिला तो छोड़ भी सकते हैं. उन्होंने कहा कि सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं होगा, मेरे लिए विकल्प खुले हुए है.वीआईपी प्रमुख ने कहा कि, ‘मेरे पास वोट बैंक है, नीतीश जी से लेकर अमित शाह तक सभी मेरी ताकत को अच्छी तरह जानते है. इसलिए अब वक्त आ गया है कि सीटों को लेकर महागठबंधन में जल्द फैसला हो. बता दें कि बिहार में ‘सन ऑफ मल्लाह’ के नाम से मशहूर मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी साल 2014 के लोकसभा चुनाव में एनडीए के साथ थी. इस बार मुकेश सहनी महागठबंधन का हिस्सा हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान मुकेश सहनी ने दावा किया था कि उनकी पार्टी 20 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी. लेकिन, महागठबंधन में जब सीटों का बंटवारा हुआ तो उन्हें तीन सीट मिली और तीनों सीटों पर हार का सामना करना पड़ा.
मुकेश सहनी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के कहने पर महागठबंधन का हिस्सा बने थे. बता दें कि मल्लाह बिरादरी में दो दर्जन उपजातियां हैं, और अनुमान के मुताबिक बिहार में करीब 10 फीसदी आबादी मल्लाहों की है. खासकर उत्तर बिहार में जहां नदियां अधिक हैं, वहां इनका वोट हार-जीत में बड़ा किरदार निभाता है. मुकेश सहनी खुले तौर पर स्वीकार करते हैं कि उनकी राजनीति उनकी बिरादरी के लिए है.उन्होंने अपने बिरादरी के लिए कहा ओ हमारा मान है.
विकास कुमार सिंह की रिपोर्ट.