भारत सरकार की माननीय वित्त मंत्री द्वारा आज आम बजट पेश किया गया जिसको लेकर कर्मचारी समाज मे निराशा की लहर दौड़ गई.कर्मचारी समाज लगातर मांग करता आ रहा था कि इन्कम टैक्स की छूट का दायरा ढाई लाख से बढा कर पांच लाख किया जाये परंतु सरकार ने कोई ध्यान नह दिया जिस से मध्यम वर्गीय कर्मचारियो मे काफी नाराजगी है जबकी महंगाई चर्मसीमा पे है ।परिवार चलाना मुस्किल हो रहा है दूसरी तरफ ये भी कहना कि कर्मचारी अपना या परिवार का इलाज कराता है उसके बदले विभाग से जो पर्तिपूती हेतू बिल देता है तो उसे वेतन का पत्र ना समझ करके आय का पार्ट मांन लिया जाता है जबकी वह वेतन का पार्ट है उस पर अलग से टैक्स लेना न्याय संंगत नही ह इसके लिये जवाहर भवन इन्दिरा भवन कर्मचारी महासंघ ने केन्द्र सरकार व राज्य सरकार को पत्र भेजे है फिर भी ध्यान नही दिया गया वर्तमान मे कोविड 19 के चलतेमहंगाई भत्ते की किस्त भी बन्द कर दी गई है जिस से कर्मचारियो मे भेहद नाराजगी है सरकार को कर्मचारियो मे परिवार के बारे मे भी सोचना चाहिये।
सौरभ की रिपोर्ट.