प्रियंका भारद्वाज की रिपोर्ट / बीपीएससी द्वारा आयोजित की जाने वाली APO परीक्षा को छात्रों ने के मुख्यमंत्री से रोकने की मांग. छात्र और छात्राओं का कहना है की दिनांक 24.08.2021 से 27.08.2021 तक होने वाली बिहार APO की मुख्य परीक्षा की और आकृष्ट करना चाहता हूं जिसका मै और मेरे जैसे बहुत से लोग जो लगभग 4000 की संख्या मे है,बिहार के सुदूर गाँवों मे निवास करते है के साथ साथ वे भी एक प्रतिभागी हैं । आप जानते हैं की पिछले कुछ दिनों से समूचा बिहार बाढ़ की विभीषिका से गुजर रहा है और वर्षों बाद आई इस प्रलययंकारी बाढ़ ने हम सभी ग्रामीण क्षेत्रों मे निवास करने वाले छात्रों के सामने जीवन का संकट उत्पन्न कर दिया हैं। विभीषिका ऐसी की अपनी तो छोड़िये जान- माल के आगे भी भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई हैं। रोड और ट्रेन के माध्यम से जिला मुख्यालय का संपर्क टूट गया है और आवागमन के समस्त साधन बंद हो गए है। ऐसी परिस्थितियों मे BPSC द्वारा आयोजित परीक्षा से बिहार के होनहारों के साथ अन्याय होगा। विपरीत परिस्थितियों मे होने वाली यह परीक्षा अगर न टली तो यहाँ के होनहार फिर एक बड़े मौके से चूक जाएंगे। आखिर करे भी तो क्या करे आये प्रलययंकारी बाढ़ से खुद को बचाये, परिवार को बचाये , खेत की फसलों को बचाये, मवेशियों को बचाये या बिना आवागमन के साधन के पटना जाकर परीक्षा देने की सोचें। हमारे छोटे से गांव हसनगंज जिला कटिहार जो पटना से 300 किलोमीटर की दूरी पर हैं और पटना का सड़क सह रेल संपर्क भंग हो चुका है। स्थिति विकट होती जा रही हैं। क्या करे और क्या न करें आप ही बेहतर बता सकते हैं। बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा है जिसका प्रबंधन सरकार को करना है और हम लोग भी असहाय हो जाते हैं। अत: उक्त संदर्भ मे महाशय से करबध्य विनती है की बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए उपरोक्त APO की मुख्य परीक्षा को स्थिति सामान्य होने तक टाल दिये जाने की मांग को उठाया जाए। महाशय ये बिहार के नौजवानों के भविष्य से जुड़ी बात है कृपया इसपर गंभीरता से विचार की जरूरत है।