ज्योति गुप्ता की रिपोर्ट बोधगया से / भगवान बुद्ध की पावन ज्ञान भूमि बोधगया में दलाई लामा सेंटर फॉर तिब्बतियन एंड इंडियन एनसीएंट विजडम का शिलान्यास तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाई लामा के द्वारा किया गया. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री किरण रिजूजू, बिहार सरकार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित कई लामा एवं गणमान्य लोग शामिल हुए. कार्यक्रम का शुभारंभ बौद्ध मंत्रोच्चारण के साथ किया गया.शिलान्यास के मौके पर केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस और महागठबंधन पर बड़ा निशाना साधा है. आगामी 5 जनवरी से बिहार में आयोजित भारत जोड़ो यात्रा पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि यहां कांग्रेस की हिम्मत नही है यात्रा करने की. बिहार में कांग्रेस पूरी तरह समाप्त हो चुकी है. पूरे देश में कांग्रेस की यात्रा को लोगों ने नकार दिया है.वहीं उन्होंने कहा कि तिब्बतियन एंड इंडियन रिसर्च सेंटर बनने से लोग यहां ज्ञान का शोध करेंगे. इससे तिब्बत और भारत के ज्ञान के बारे में लोगों को जानकारी मिलेगी. पूरे विश्व में यह पहला ऐसा ज्ञान का केंद्र बन रहा है, जहां कई देशों के विद्वान आएंगे और शोध करेंगे. बोधगया भगवान बुद्ध की पावन ज्ञान भूमि है. ऐसे में इस केंद्र का बड़ा ही महत्व होगा. केंद्र सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा इसके निर्माण पर लगभग 2 सौ करोड़ की राशि खर्च की जाएगी.वहीं महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि जगतानंद सिंह और सुधाकर सिंह को लालू ने लगा दिया है, नीतीश जी को गाली देने के लिए. लालू के इशारे पर ही सुधाकर सिंह बयान दे रहे हैं और नीतीश जी को शिखंडी तक कह रहे हैं. उन्होंने कहा कि शह और मात का यह खेल चलता रहेगा. दरअसल तय था कि नीतीश जी वर्ष 2023 मे तेजस्वी को गद्दी सौंप देंगे. लेकिन वे फिर पलटी मार दिए कि तेजस्वी के नेतृत्व में 2025 का चुनाव लड़ेंगे. लेकिन 2025 काफी दूर है. क्योंकि 2025 में बीजेपी की सरकार बनना तय है.