उमर फारुख की रिपोर्ट /पुणे विश्वविद्यालय में बोले सेना प्रमुख मनोज पांडे – चीन वैश्विक सुरक्षा प्रदाता के रूप में अमेरिका की जगह चाहता है. भारतीय सेना प्रमुख ने अपने संबोधन में कहा कि चीन अपने क्षेत्रीय और समुद्री दोनों तरह के अनसुलझे सीमा विवादों. अनियमित मछली पकड़ने जैसे गैर पारंपरिक खतरो और बढ़ते कट्टरवाद से दक्षिण एशिया क्षेत्र को खतरे में रखने जा रहा है. सेना प्रमुख ने कहा कि से हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी प्रभाव पड़ता है. सेना प्रमुख ने कहा कि चुनाव में डेढ़ लाख से ज्यादा पद अभी खाली है. सेना प्रमुख मनोज पांडे ने पुणे विश्वविद्यालय में चीन के विषय पर आयोजित सामरिक वार्ता का उद्घाटन किया. इस अवसर पर सेना प्रमुख ने कहा कि चीन ने इन देशों के बीच जारी संघर्ष टकराव को देखते हुए शांति योजनाएं पेश की है. चीन चाहता है कि सऊदी अरब और ईरान के बीच शांति वार्ता का आयोजन और दूसरे दिन के बीच संघर्ष खत्म करने के लिए 12 सूत्री शांति योजना पेश की है. चीन चाहता है कि अमेरिका किस जगह सुरक्षा प्रदाता बने हम.चीन आतुर है की जल्द से जल्द अमेरिका की जगह ले ले.