निखिल दुबे -बेतिया ब्यूरो :भाजपा सांसद डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि भारत में एक साथ दो हादसे की तस्वीर देखने को मिली जहां बालासोर रेल हादसे को लेकर एवं दूसरा भागलपुर में 17 सौ करोड़ के पुल का धराशाई होना बेहद दुखदाई है। उन्होंने कहा कि पिछले 78 घंटों से लगातार अश्वनी वैष्णव स्वयं कोच के अंदर रह कर रेल के अंदर फंसे लोगों को निकालने का काम किया इस क्रम में उनसे मेरी पांच बार बात हुई, जहां मेरे लोकसभा क्षेत्र के रामगढ़वा, बहुवरवा एवं नरकटियागंज क्षेत्र से कुछ मजदूर इस दुखदाई घटना रेल हादसे का शिकार हुए जिनमें कुछ मजदूर की मृत्यु हुई एवं कुछ मजदूर अभी वर्तमान समय में इलाजरत हैं। लगातार मेरे द्वारा रेल मंत्री से बात हो रही थी बिहार के सी सी एम को बालासोर भेजकर और सभी चीज को लाइन रेस्टोरेशन कराया गया। वहीं दूसरी तरफ बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इस पुल हादसे को लेकर झूठ बोल रहे हैं, जब पहली बार पुल गिरा था उसी समय नितिन नवीन ने कांट्रेक्टर के काम पर रोक लगा दिया था रुड़की आईआईटी जांच के लिए लिखा था बिना आईआईटी रुड़की के रिपोर्ट आए अगस्त में तेजस्वी यादव पथ निर्माण मंत्री बनते हैं एवं किस आधार पर सितंबर में क्या डील होती है वे तेजस्वी यादव जाने और अक्टूबर में इस पुल निर्माण का कार्य प्रारंभ हो जाता है और आज जब पुल गिर जाता है तो तेजस्वी यादव को याद आता है कि इसकी डिजाइन में गड़बड़ी है। यह बहुत बड़ा घोटाला है और इससे भी शर्मनाक बात यह है कि आज तक हादसे को लेकर पथ निर्माण मंत्री तेजस्वी यादव पुल का अवलोकन करने तक नहीं गए कि क्या घटना घटी हुई है। वहीं उन्होंने नीतीश कुमार, ललन सिंह एवं तेजस्वी यादव से अनुरोध करते हुए कहा कि वह 23 जून के बदले 25 जून को यह सम्मेलन करें कि जिससे कि इमरजेंसी काल में जितने भी लड़ाई लड़ी गई थी, वह यह देख सके कि किस तरह से कांग्रेस की गुलामी आज लालू यादव और नीतीश कुमार कर रहे हैं जिनके खिलाफ इमरजेंसी में लोगों ने लड़ाई लड़ी, जिनके कारण जयप्रकाश नारायण घायल हुए। आज राहुल गांधी ने अमेरिका से आदेश लिया कि आपको 12 जून नहीं 23 जून को करना है तुरंत वह तैयार हो गए। वही नीतीश कुमार को 23 जून के बदले 25 जून को यह करना चाहिए इमरजेंसी दिवस के अवसर पर जय प्रकाश नारायण जी को लालू यादव एवं नीतीश कुमार की इससे बड़ी श्रद्धांजलि और कुछ नहीं हो सकती है, कि वे कांग्रेस की गुलामी कैसे कर रहे हैं। मौके पर जिलाध्यक्ष रूपक श्रीवास्तव, दीपेन्द्र सर्राफ, मनुबाबू कुशवाहा, रवि सिंह सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।