निखिल दुबे की रिपोर्ट /दरभंगा – बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने अपने एक दिवसीय दौरे पर दरभंगा पहुंचे। परिसदन में पत्रकारों से बात करते हुए दरभंगा एयरपोर्ट से बढ़ती किराया पर बोला कि जब मैं पिछली बार ज्योतिराज सिंधिया से मुलाकात किया था। तो मैं उनसे आग्रह किया था कि भारत सरकार के उड़ान स्कीम में दरभंगा सक्सेसफुल एयरपोर्ट है। तो यहां पर रेट का कैपिंग कर देना चाहिए। जिसे अपर लेवल का फेयर को फिक्स कर देना चाहिए। जो भी आपको उचित लगता है। इससे ज्यादा का फेयर नहीं लगेगा। तभी उसका लाभ इस एयरपोर्ट के पैसेंजर को मिलेगा। वही उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिस तरह का फेयर लिया जा रहा है। यह फेयर पटना से भी दुगुना है। इतना बड़ा एरिया में उड़न स्कीम का उद्देश्य ही खत्म हो गया।वहीं संजय कुमार झा ने कहा कि हम लोग दरभंगा हवाई अड्डा को लेकर केंद्र सरकार को सिर्फ रिक्वेस्ट ही कर सकते हैं। क्योंकि एयरलाइंस से रिलेटेड इशू स्टेट गवर्नमेंट का नहीं होता है। इसमें जो भी डिसीजन लेना है भारत सरकार के नागरिक उड्डयन विभाग और भारत सरकार को लेना है। इसलिए हम लोगों का फिर से आग्रह होगा कि दरभंगा जो फ्लाइट आता है। उसका फेयर का कैपिंग कर दीजिए। उसका अपर लेवल रेट फिक्स कर दीजिए। यहां का जो किराया है मुझे जो लगता है 3 हजार से 4 हजार से ज्यादा किराया होने का कोई मतलब नहीं है।वही स्टेट वेट और अन्य एयरलाइंस कंपनी को जोड़ने के सवाल पर संजय कुमार झा ने कहा कि दरभंगा से अन्य एयरलाइंस कंपनी को जोड़ने की जरूरत है। तथा अन्य सेक्टर को जोड़ने की जरूरत है। फिलहाल अभी तीन-चार सेक्टर को ही जोड़ा गया है। वहीं उन्होंने कहा कि देश के बाहर सिंगापुर है। अगर दरभंगा से फ्लाइट उड़ेगा सिंगापुर के लिए तो तीन से चार घंटा में वह वहां पहुंच जाएगा। जितना वक्त दिल्ली वह कोलकाता से सिंगापुर के लिए लगता है।इस चीज का डिमांड है। यह पोटेंशियल एयरपोर्ट में आता है। जब तक यहां पर फ्लाइट की संख्या नहीं बढ़ाएंगे। जब तक नया सेक्टर नहीं खोलेंगे, तब पैसेंजर की कैपेसिटी बढ़ेगी।वहीं संजय कुमार झा ने कहा कि स्पाइसजेट विमान कंपनी को उड़ान के लिए जो अनुमति मिली है। उस कंपनी की क्या स्थिति है। उसे कंपनी का ओवरऑल कंडीशन क्या है। एक बार उसे भी देखना चाहिए। मुझे लगता है कि जब तक यहां पर फ्लाइट की संख्या नहीं बढ़ेगी। इसके लिए आवश्यक है कि नाइट विजन लैंडिंग फैसिलिटी शुरू करना। क्योंकि 4 बजे शाम के बाद दरभंगा एयरपोर्ट पर फ्लाइट लैंडिंग नहीं करती है। आजकल वैसे ही सूर्यास्त 4 बजे के आसपास हो जाता है। इसीलिए जो भी फ्लैट आना है उससे पहले ही आना है।वही बिहार सरकार ने इन सारे चीजों के डेवलपमेंट के लिए जमीन तो महिया कर दी है। सुनते हैं कि काम चल रहा है। लेकिन नाइट लैंडिंग और फॉग की जो समस्या है। उससे निजात के लिए जो आईलेस लाइट लगना है। वो जल्दी लग जाता तो और फ्लाइट की संख्या बढ़ जाती। वही उन्होंने कहा कि अन्य एयरलाइंस कंपनी की विमान आती तो कंपटीशन बढ़ता तो प्राइस ड्रॉप होता। जिससे यहां के लोगों को सीधा लाभ मिलता। क्योंकि यह उड़ान स्कीम का एयरपोर्ट है। क्योंकि दरभंगा कैपिटल सिटी नहीं है। यह छोटा शहर है। इसीलिए एयरलाइंस टिकट का अपर लिमिट रेट फिक्स होना चाहिए.