प्रिया की रिपोर्ट -नई दिल्ली।सरस आजीविका मेला 2023 में आज काफी भीड़ देखने को मिला इसके साथ ही जमकर खरीदारी भी हुई। सरस पवेलियन हॉल नंबर 7 (ए बी सी) में मिलने वाले दस पर्सेंट की छूट के होने से लोगों ने जमकर खरीदारी की, यह छूट 27 नवंबर तक उपलब्ध रहेगा। सरस मेले में उत्तर प्रदेश से कुल 16 स्टॉल लगाए गए हैं। इसमें पंद्रह जहां फूड के स्टॉल लगाए गए हैं वहीं, एक फूड आइटम के स्टॉल लगाए गए हैं। उत्तर प्रदेश की मिर्चापुर जिले से आई हुईं ताज़ प्रेरणा स्वयं सहायता समूह की अफसाना बेगम बताती हैं कि हमारे स्टॉल नंबर 160 पर मिर्जापुर की कार्पेट, डोर मैट, दरी आदि के विभिन्न कैटेगरी औऱ लुक्स के सामान उपलब्ध हैं। वहीं, संभल जिले से आई हुईं मोनिका बताती हैं कि हमारे स्टॉल नंबर 113 पर रोस्टेड बाजरा, गेहूं, सोया दाल, विभिन्न प्रकार के अचार में बांस का अचार, कटहल का अचार, आंवला का अचार, लहसून का अचार, आम, अदरक, करौंदी समेत तमाम अचार भी दिल्ली वालों को अपनी तरफ आकर्षित कर रही है। इसके साथ ही आलू का पापड़ भी लोगों को काफी पसंद आ रहा है। इसके साथ ही यूपी के स्टॉल नंबर 24 पर लखनवी चिकनकारी के सामान भी मिल जाएंगे। इस स्टॉल पर आप को हेंड एंब्रायडरी में साड़ी, सूट, कुर्ती, पेंट, प्लाजो, लहंगे, दुपट्टे आदि उपलब्ध हैं। साथ ही जर्दोजी वर्क के साड़ी सूट समेत तमाम सामान उपलब्ध हैं जो महिलाओं को काफी आकर्षित कर रहा है। साथ ही सरस में आप को बनारसी साड़ी के भी स्टॉल मिल जाएंगे जो स्टॉल नंबर 34 पर उपलब्ध हैं।वहीं, आज स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के लिए एक बार फिर सीधे बाज़ार से जोड़ने हेतु बी-टू-बी मीटिंग व वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस मीटिंग में देश भर की 29 राज्यों से सौ के करीब स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं ने हिस्सा लिया। इस कार्यशाला का आयोजन राष्ट्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज संस्थान तथा ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा किया गया। कार्यशाला के दौरान फ्लिपकार्ट, साइनकैच, ओएनडीसी और जैम जैसे नामचीन कंपनियों के विशेषज्ञों ने भाग लिया। इस दौरान विशेषज्ञों ने बताया कि किस प्रकार से ये सभी ग्रामीण महिलाएं अपनी उत्पाद को न केवल बेच सकती हैं बल्कि वैश्विक मंच पर अपनी पहचान भी बना सकती हैं। इस दौरान राष्ट्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) से रुचिरा भट्टाचार्य, चिरंजी लाल कटारिया, सुधीर कुमार समेत तमाम अधिकारी, स्टेट के स्टेट कोआर्डिनेटर व स्वयं सहायता समूह की महिलाएं मौजूद रहीं। ज्ञात हो कि दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित 42वें विश्व व्यापार मेले में एक बार फिर परंपरा, क्राफ्ट, कला एवं संस्कृति से सराबोर 14 नवंबर से 27 नवंबर तक प्रसिद्ध सरस आजीविका मेला 2023 का आयोजन प्रगति मैदान स्थित हॉल नंबर 7 (ए, बी, सी) में किया जा रहा है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) द्वारा आयोजित इस सरस आजीविका मेला 2023 में ग्रामीण भारत की शिल्पकलाओं का मुख्य रूप से प्रदर्शन किया जा रहा है। 14 नवंबर से 27 नवंबर तक चलने वाले इस उत्सव में 300 से अधिक महिला शिल्प कलाकार, 165 के करीब स्टॉलों पर अपनी अपनी उत्कृष्ट प्रदर्शनी का प्रदर्शन कर रहे हैं।सरस आजीविका मेला के दौरान देश भर के 29 राज्यों के हजारों उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री हो रही है। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा यह एक मुहिम की शुरुआत की गई है जिससे कि हमारे देश के हस्तशिल्पियों और हस्तकारों को अपनी रोजगार शुरू करने का मौका मिल सके। वहीं, शाम को यहां सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया जा रहा है।