प्रिया की रिपोर्ट /सरस फूड फेस्स्टिवल में उत्तराखंड का झुंगर की खीर व फ्रूट आईसक्रीम समेत तमाम उत्तराखंडी व्यंजन दिल्ली वालों को ललचा रहा है। यही कारण है कि मेले में उत्तराखंड के दो स्टॉल लगाए गए हैं और दोनों ही स्टॉलों पर आज लोगों की भीड़ लगी रही और लोगों ने मेले में तमाम जायकों का स्वाद चखा। उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले से आई हुईं पूजा स्वयं सहायता समूह की काजल बताती हैं कि वह इस फेस्टिवल में अपने स्टॉल नंबर 8 पर झुंगर की खीर, रागी मोमो, बाल मिठाई, फ्रूट आईसक्रीम, पिज्जा, स्प्रिंग पोटैटो लोगों को लुभा रहा है। उन्होंने बताया कि इनके स्टॉल पर पचास रुपये से लेकर चार सौ रुपये तक के लजीज व्यंजन उपलब्ध हैं, जिसे यहां के लोग काफी पसंद कर रहे हैं। वहीं, उत्तराखंड के ही देहरादून जिले से आई हुईं राधे-कृष्णा स्वयं सहायता समूह की शैली बताती हैं कि इनके स्टॉल नंबर 30 पर आप को रागी के गोलगप्पे, रागी मोमो, अलसी-रागी के लड्डू, पहाड़ी थाली खाना, मंडवे के मोमो, साबुदाने की टिक्की समेत तमाम आईटम लेकर आई हुईं हैं। इस स्टॉल पर आप को पचास रुपये से लेकर दो सौ पचास रुपये तक के आईटम उपलब्ध है।इसके साथ ही सरस फूड फेस्टिवल में आप को बिहार का लिट्टी चोखा समेत झारखंड के पारंपरिक व्यंजन भी यहां के लोगों को आकर्षित कर रहा है। झारखंड के रांची जिले से आई हुईं झारखंड महिला समूह की रेखा देवी बताती हैं कि वह सरस फूड फेस्टिवल में स्टॉल नंबर 29 पर झारखंड के मशहूर व्यंजनों में रागी पीठा, गुड़ पीठा, डुग्गु पीठा, धुसका, बालुसाही, लेमचा, छेना जलेबी, आलू चॉप, बैंगन चॉप, आलू परोठा, मेथी परोठा, सत्तू परोठा समेत तमाम आइटम लेकर आई हुईं हैं जो कि दिल्ली वालों को जी ललचा रहा है। इनके स्टॉल पर आप को तीस रुपये से लेकर दो सौ रुपये तक के सामान उपलब्ध हैं।ज्ञात हो कि स्वाद और संस्कृति का संगम सरस फूड फेस्टिवल एक दिसंबर से सत्रह दिसंबर तक दिल्ली के दिल कहे जाने वाले कनॉट प्लेस के बाबा खड़क सिंह मार्ग पर आयोजित किया जा रहा है। सरस फूड फेस्टिवल में लोगों को देश भर के खाने एक ही जगह पर मिल रहे हैं। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय एवं राष्ट्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज संस्थान (NIRDPR) द्वारा आयोजित इस फेस्टिवल में राजधानी के लोगों को भारतीय संस्कृति व खान पान की झलक दिखाई दे रही है। सरस फूड फेस्टिवल के तहत देश भर के 21 राज्यों की संस्कृति और स्वाद के संगम के संगम से न केवल रूबरू हो रहे हैं बल्कि इन राज्यों के सामाजिक ताने बाने के बारे में भी जान रहे हैं और वहां की प्रसिद्ध व्यंजनों से परिचित हो रहे हैं और उसका स्वाद भी ले रहे हैं। यह राजधानी का एक लोकप्रिय उत्सव है जिसमें न केवल दिल्ली बल्कि दिल्ली के बाहर के लोग भी विभिन्न राज्यों के व्यंजन चखने और उसे कैसे बनाते हैं यह जानने के लिए आते हैं। दूसरी बार सरस फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है।महक रहीं 21 राज्यों के स्वाद की संस्कृतिकनाट प्लेस स्थित बाबा खड़ग सिंह मार्ग पर 21 राज्यों के स्वाद की संस्कृति महक रही हैं। यहां के व्यंजन और संस्कृति से लोग रूबरू हो रहे हैं। इसमें मुख्य रूप से राजस्थान की कैर सांगरी, गट्टे की सब्ज़ी, बाजरे की रोटी, बंगाल की हिलसा, फ़िश करी, तेलंगाना का चिकन, केरल की मालाबार बिरयानी, बिहार का लिट्टी चोखा, पंजाब का सरसों का साग और मक्के की रोटी सहित अन्य राज्यों के बेहतरीन स्वादिष्ट पकवान उपलब्ध हैं। इसमें हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल, असम, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और गुजरात सहित अन्य राज्य हिस्सा ले रहे हैं।ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार एवं राष्ट्रीय ग्रामीण विकास व पंचायती राज संस्थान (NIRDPR) द्वारा 01 दिसंबर 2023 से 17 दिसंबर 2023 तक नई दिल्ली में बाबा खड़क सिंह मार्ग स्थित हैंडीक्राफ्ट भवन पर सरस फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें देश भर के 21 राज्यों की क़रीब 150 महिला उद्यमी व स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं 30 से अधिक स्टॉलों पर दिल्ली वालों को स्वाद का जायका चखाएंगी साथ ही अपनी कला का प्रदर्शन भी कर रही हैं।ग्रामीण विकास मंत्रालय के मुख्य कार्यक्रम राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित देश भर के स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं को न केवल ग्रामीण उत्पाद बनाने में कुशलता हासिल है बल्कि विभिन्न राज्यों के परंपरागत पकवान बनाने में उनको दक्षता और महारथ हासिल है। ये महिलाएं और उनके साथ अपने कार्य क्षेत्र में दक्ष लोग यहां अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।खास हैं राज्यों के खानेंराजस्थान- दाल बाटी चूरमा,प्याज कचौरी, दाल कचौरीहरियाणा- राजमा चावल, बाजरे की रोटी, कढ़ी चावलतलंगाना-हैदराबाद दम बिरयानी, कबाबओडिसा- मुगलई चिकन, तंदूरी चिकन, रस मलाईअरुणाचल प्रदेश-स्पेशल बैंबू राइस, चाऊमीन, बैंबू चिकनमहाराष्ट्र- पुरन पूरी, वड़ा पाव, मिसल पाव, गावरन चिकन, भाकरीकेरल– मालाबार स्नैक, उतपम, कप्पा फिश कढी, नन्नारी शबरत, वनासुंदरी हर्बल चाय, हनी ग्रैप जूस, फ्रेश फ्रूट जूस, लेमनएड्सउत्तर प्रदेश–पराठा, रोल्स, कबाब।असम- मशरूम मोमोज, स्टिकी स्ट्रीम राइस एंड मशरूम कढ़ी, स्टिकी राइस खीर
पंजाब– सरसो का साग और मक्के की रोटी, छोले भटूरे, राम लड्डू, दाल मखनी और मक्के की रोटी
अरुणाचल प्रदेश–पाथेरकुलू, तंदूरी चिकन, आंध्रा चिकन, दम बिरयानी
गुजरात—ढोकला, दाल
उत्तराखंड–झंगर खीर, पिज्जा
महिला सशक्तिकरण को प्रदर्शित करने वाला है यह उत्सव
यह सरस फूड फेस्टिवल महिला सशक्तिकरण का अनूठा उदाहरण है जो देश की राजधानी का हृदय कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में आयोजित हो रहा है। इसका उद्देश्य न केवल देश की खाद्य संस्कृति से लोगों को परिचित कराना है बल्कि अन्य ग्रामीण महिलाओं को प्रेरित करना भी है। मंत्रालय द्वारा यह प्रयास वृहद स्तर पर आयोजित होता है।
मुफ्त है प्रवेश
सरस फूड फेस्टिवल में आने वालों के लिए किसी तरह का टिकट नहीं है। यह उत्सव सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक चलेगा। इसमें लोग अपने परिवार के साथ आ सकते हैं।