CIN /भ्रष्टाचारियों की शरण स्थली है भारतीय जनता पार्टी.हार से डरे हुए हैं मोदी जी. केजरीवाल की गिरफ़्तारी. कांग्रेस पार्टी के बैंक खाता की ज़ब्ती. यह सब कुछ डर का ही लक्षण है. ऐन चुनाव के समय केजरीवाल की गिरफ़्तारी क्या साबित करती है ! यह पूछताछ चुनाव के बाद भी हो सकती थी. आप के सभी बड़े नेता जेल में हैं.
कांग्रेस पार्टी का खाता ज़ब्त कर लिया गया है. रोज का खर्च जुटाना कठिन हो गया है. मुख्य विपक्षी पार्टी को चुनाव में मोदी जी ने पैदल कर दिया है. हार के डर की बेचैनी में बग़ैर सोचे अमित शाह ने मुंबई में राज ठाकरे को अपने साथ मिलाया है. वही राज ठाकरे जिन्होंने हिंदी भाषियों को मुंबई से भगाने के लिए क्या-क्या जुल्म नहीं किया है.पता नहीं किस मुँह से मोदी जी और उनकी पार्टी भ्रष्टाचार पर बोलती है. अभी भाजपा ने भूतपूर्व कांग्रेसी मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को राज्य सभा का सदस्य बनाया है. ये वही अशोक चव्हाण हैं जिनको आदर्श घोटाला में आरोप के कारण मुख्यमंत्री पद से हटना पड़ा था. आज ये भाजपा के सम्मानित नेता हैं. शरद पवार की पार्टी को मोदी जी ने महा भ्रष्ट पार्टी कहा था. लेकिन शरद पवार की पार्टी के नेता और उनके भतीजा अजीत पवार को महाराष्ट्र का उप मुख्यमंत्री बना दिया. अजीत पवार पर हज़ारों करोड़ के सिंचाई घोटाले का आरोप है.
कांग्रेस के भूपू नेता कृपाशंकर सिंह चर्चित व्यक्ति हैं . कांग्रेस के मज़बूत नेता. वहाँ की सरकार में गृह राज्य मंत्री भी रहे हैं. आय से अधिक संपत्ति के मामले में उन पर जाँच चली. मुक़दमा चलाने का आदेश हुआ था. वही कृपाशंकर जी उत्तर प्रदेश के जौनपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार हैं.देश भर के भ्रष्टाचारियों को शरण देने वाली भाजपा को दूसरे पर आरोप लगाने के पहले अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए.