आरा – बिहार के भोजपुर के आरा के सदर अस्पताल में डॉक्टरों की हड़ताल की वजह से अस्पताल में मरीजों के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल कर रख दी है। हालात यह है कि अस्पताल में सरकारी बिस्तर खत्म हो चुके हैं। जिस कारण एक-एक बिस्तर पर तीन-तीन मरीज भर्ती हैं, इसके बाद भी काम नहीं चला तो मरीजों को बैठने वाले चबूतरा पर ही लिटा कर इलाज किया जा रहा है। कुछ के लिए।
अस्पताल में कुछ मरीज ऐसे भी हैं, जिन्हें बिस्तर नसीब नहीं हुए तो, वार्ड के फर्श पर लेटकर ही इलाज कराने को मजबूर हैं। बीते दिनों अस्पताल में क्षमता से ज्यादा भर्ती मरीजों के चलते व्यवस्था लडख़ड़ाती नजर आने लगी है। मरीजों का कहना है कि अस्पताल प्रशासन मरीजों को उपचार के साथ-साथ बीमारियां भी बांट रहा है। वहीं कुछ मरीजों का कहना था कि आज डॉक्टरों के हड़ताल की वजह से हम लोग को बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ा क्योंकि निजी से लेकर सरकारी ओपीडी पूरी तरह से ठप रहा और डॉक्टरों की मनमानी से हमारी हालत बद से बदतर बन गया। वहीं अस्पताल प्रशासन अपनी सफाई बखूबी देते हुए कहा कि मरीजों को किसी बात की दिक्कत नहीं होगी और उनकी जान नहीं जाएगी। इलाज की व्यवस्था पूरी तरह से अस्पताल प्रशासन करके रखा है इमरजेंसी सेवा दिनभर चलता रहा।
बिहार, ब्यूरो