विशाल श्रीवास्तव, संवाददाता।
आईडीएफसी फर्स्ट (IDFC FIRST) करेगा यस बैंक में 250 करोड़ रुपये का निवेश।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने रविवार को कहा कि वह 25 करोड़ इक्विटी शेयरों का अधिग्रहण करने के लिए यस बैंक में 250 करोड़ रुपये का इक्विटी निवेश करेगा। IDFC FIRST Bank Ltd के निदेशक मंडल की विधिवत अधिकृत समिति ने 14 मार्च, 2020 को हुई बैठक में 250 करोड़ रुपये तक के इक्विटी निवेश के लिए स्वीकृति प्रदान की, जिसमें 10 करोड़ रुपये की कीमत पर 25 करोड़ इक्विटी शेयर शामिल थे। इससे पहले शनिवार को, फेडरल बैंक ने अपने 30 करोड़ शेयरों की सदस्यता के लिए यस बैंक में 300 करोड़ रुपये का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई थी। केंद्र ने शनिवार को यस बैंक लिमिटेड रिकंस्ट्रक्शन स्कीम, 2020 को अधिसूचित किया, जिसके एक दिन बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल ने RBI द्वारा निधि-भुखमरी से मुक्त बैंक के लिए प्रस्तावित पुनर्निर्माण योजना को मंजूरी दे दी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को यस बैंक की अधिकृत पूंजी को बढ़ाकर 6,200 करोड़ रुपये कर दिया है।पुनर्निर्माण योजना के अनुसार, परेशान ऋणदाता पर रोक 18 मार्च को हटा दी जाएगी। योजना के तहत, राज्य द्वारा संचालित एसबीआई संकटग्रस्त बैंक में 7,250 करोड़ रुपये का निवेश करेगा और 49 प्रतिशत इक्विटी लेगा। बचाव योजना के अनुसार, आईसीआईसीआई बैंक 1,000 करोड़ रुपये, बंधक ऋणदाता एचडीएफसी 1,000 करोड़ रुपये, एक्सिस बैंक 600 करोड़ रुपये, कोटक महिंद्रा बैंक 500 करोड़ रुपये, बंधन बैंक और फेडरल बैंक प्रत्येक 300 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। सभी निवेशकों के लिए तीन साल का लॉक-इन पीरियड होगा। हालांकि, एसबीआई के लिए लॉक-इन अवधि केवल 26% हिस्सेदारी के लिए होगी। अन्य निवेशकों के मामले में यह 75 फीसदी होगा।