कौशलेन्द्र पाण्डेय /संपादक.
अमेरिका के लेखक ने 1981 में बुहान 400 वायरस का जिक्र अपने किताब में किया, इस किताब को लिखने से पुर्व लेखक की चीन से अमेरिका भाग कर पहुचे वैज्ञानिक ली ने की. चीन अपने बुने जाल में फस गया. दुनिया को पता है कि चीन में मीडिया प्रतिबंधित है. वहां की खबर आप नहीं देख सकते, चीन दुनिया से छिपाने के लिए किसी हद तक जा सकता है, चीन का वायरस उसी को डस लिया, आज की विश्व चीन को संदेह की दृष्टि से देख रहा है. चीन कुछ भी सही बताने को तैयार नहीं है. पूरा विश्व कोरोना को लेकर डरा हुआ है. एक विश्व मे अलग तरह का माहौल बना हुआ है,
चीन फिर भी विश्व बिरादरी को सच नहीं बताना चाहता. चीन को पता है की अगर सच दुनिया के सामने आ गया तो दुनिया चीन से दुरी बना लेगा. चीन मे कितने लोग मरे इसका सही अंक किसी को नहीं पता है.
जैविक हथियार कम खर्च में किसी विदेशी आकर्मंकारी देश पर प्रयोग करने के लिए एक बहुत ही सशक्त हथियार है. इसका प्रयोग बहुत ही आसान है.इसको बहुत ही आसानी से प्रयोग दुश्मन देश के अर्थव्यस्था को ख़त्म किया जा सकता है. चीन को अगर विश्व को कोरोना से बचाना है तो आगे आकर इसके बारे मे बताना होगा.