घर गुलज़ार,सूने शहर,
बस्ती बस्ती में कैद हर हस्ती हो गई।
आज फिर ज़िन्दगी महँगी,और दौलत सस्ती हो गई ।
किसी भी वायरस से बचना तो बहुत ही आसान हैं ,
लेकिन जो डर हमारे और दुनिया के अधिक लोगों के मन मे बैठ गया है, उससे बचना बहुत ही मुश्किल है ।
डर से ज्यादा खतरनाक इस दुनिया में कोई भी वायरस नहीं है ।अब इस महामारी से कम,लोग इस डर के कारण ज्यादा मरेंगे।
इस डर को समझिये, अन्यथा मौत से पहले ही आप एक जिंदा लाश बन जाएँगे । ऐसा पहले भी हजारों बार हुआ है, और आगे भी होता रहेगा।हर समस्या मूर्ख के लिए डर होती है जबकि समझदार के लिए अवसर।
ये ‘भय और भीड़ ‘ का मनोविज्ञान सब के समझ नहीं आता हैं ।टीवी पर खबरे सुनना कम करें, ऐसा कोई भी विडियो या न्यूज़ मत देखिये जिससे आपके भीतर डर पैदा हो।कोरोना बीमारी के बारे में बात करना बंद कर दीजिए, डर भी एक तरह का आत्म सम्मोहन ही है।एक ही तरह के विचार को बार-बार सोचने से शरीर के भीतर रासायनिक बदलाव होने लगता है और यह रासायनिक बदलाव कभी कभी इतना जहरीला हो सकता है कि आपकी जान भी ले सकता हैं।
लॉक डाउन के समय हैपी मोमेंट्स लॉक करने के आसन तरीक़े ताकि आप घर पे रहकर बोर, चिड़चिड़े या तनाव मे आने से बच जाये…
1. अगर बाहर नही जा सकते तो अन्दर जाए और दिन की शुरुआत मेडिटेशन से करे क्यूँकि इससे आपके अन्दर गाबा नामक केमिकल रिलीज़ होगा जो आपको इस समय तनाव से बचाएगा।
2. घर पर ही अपने बॉडी वेट से एक्सरसाइज करे ताकि एंडॉर्फ़िन केमिकल आपको फुर्तीला और हेल्थी रहने मे मदद करेगा।
3. अपने इम्यून सिस्टम जो आपको कोरोना से बचाएगा उसके लिए ५ मिनट मुस्कुराए और दिन भर सहज रहे क्यूँकि नेगेटिव इमोशन आपके इम्यून को डाउन करते है और कोर्टिसोल ज़्यादा रिलीज़ होने से आपके अन्दर T-cell और white blood cell सप्रेस कर देगा और आप को नुक़सान होगा।
4. डान्स, कुकिंग, अंताक्षरी आदि एक बहुत अच्छा तरीक़ा हैं परिवार के साथ हसने का क्यूँकि इससे आपके अन्दर ऑक्सीटोसन नामक केमिकल रिलीज़ होगा जो आपको नैचरली ख़ुश रहने मे मदद करेगा।
5. एक अच्छे किताब १०० दोस्तों से बेहतर हैं, अच्छी किताबों को साथी बनाए।
6. अधूरे सपनो या इच्छा को पूरा करने का सही वक़्त है घर पे ही ऑनलाइन क्लास या यूट्यूब से अपने को अप्ग्रेड करे ताकि जब आप वापस काम पे जाए तो और बेहतर होकर जाए।
7. सोशल होए पर सोशल मीडिया या विडीओ कॉल के ज़रिए अपनो से जुड़े रहे, उनकी केअर करते हुए आपको सबकी करीबी का अहसास रहेगा।
8. विश्वास रखे की ये समय आपको निखार रहा है, ईश्वर से प्रार्थना करे और धन्यवाद दें की आप हेल्थी हैं इससे आपको ये समय सुहाना लगेगा क्योंकि परेशानी सोच से शुरू होती है और सकारात्मक सोच ही हर अवसर मे अच्छा महसूस करा सकती है।
9. अपने को गर्व महसूस कराए की आप एक जिमेदार इंसान है इससे आप आसानी से घर रह पायेंगे।
10. परिवार के साथ समय बिताने से आप अपने बड़ों को सम्मान और जीवन साथी को अपनापन और छोटों को प्यार का अहसास करा के रिश्तों को और मज़बूत कर सकते हैं। घर रहे और खुश रहे।
11. ईश्वर ने हर व्यक्ति को इतना सामर्थ्यवान बनाया है कि वो अपनी सामर्थ्य के अनुसार दूसरों की सहायता कर सकें अतः इस वक़्त अपनी स्वेच्छा से जितना हो सके दूसरों की मदद हेतु दान दीजिए इसका फल निश्चित तौर पर आपको ज़रूर मिलेगा।
बीमारी के अलावा भी बहुत कुछ दुनिया में हो रहा है, उन पर ध्यान दीजिए ; इस बीमारी के समय जो अच्छा हो रहा हैं जैसे..
1. वातावरण एकदम शांत हो गया है,हवा ताजी हैं, प्रदूषण लगभग समाप्त हो गया हैं।
2. घर का शुद्ध खाने की वजह से लोगों का स्वास्थ्य बेहतर हो रहा है।
3. परिवार में प्रेम बढ़ रहा है।
4. लोगों में ईश्वर के प्रति श्रद्धा बढ़ रही है।
5. लोगों में सहनशीलता बढ़ रही है चकाचौंध की दुनिया के पार भी एक सादा और अच्छा जीवन है इसका ज्ञान हो रहा है।
6. सीमित साधनों में कैसे ख़ुश रहा जा सकता है इसका ज्ञान हो रहा है।
7. बच्चों को बड़ों का प्यार और संस्कार पाने का अवसर मिल रहा है।
हर परिस्थिति के दो पहलू होते हैं हमारा ध्यान जिस ओर भी होगा हमें वही नज़र आएगा अगर हम इस लॉकडाउन पीरियड के सकारात्मक पहलू को देखेंगे तो हम आसानी से इस लॉकडाउन पीरियड को इंजॉय कर पाएंगे और अपने अपने हिस्से की ज़िम्मेदारी निभा कर देश को पूरा सहयोग दे पाएंगे।
ख़ुश रहे! स्वस्थ रहे! घर पर रहें!
डा. काशिका जैन
(मनोवैज्ञानिक)