हजारीबाग – आज वैश्विक महामारी कोरोना के जंग मे दिखा मेरे लोकप्रिय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का जलवा इनके जज्बे को मेरा दिल से सलाम ऐसे मुख्यमंत्री को राज्य की जनता भूले असंभव। हेमंत सोरेन एक ऐसा मुख्यमंत्री है जिसको राजनीतिक विरासत मां के गर्भ में ही मिला है। सत्ताधारी लोकप्रिय मुख्यमंत्री के साथ सौतेला व्यवहार उचित नहीं है। मैं निवेदन पूर्वक भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी जी से अपील करती हूं कि देश के सभी राज्यों के साथ बराबरी की कहानी गढोगे तभी भारत बढेगा। प्रधानमंत्री कथनी को करनी में बदलकर दिखाइए अब तो लग रहा है कि आपको हमारे हेमंत जी से कुछ सीखने की जरूरत है। मुख्यमंत्री की चाची श्रीमती स्वर्गीया दुखन बाला सोरेन जी का देहावसान हुआ वैसी परिस्थिति मे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए शोकाकुल परिवार से राज्य का मुख्यमंत् अंत्येस्टी क्रिया कर तुरंत बाद राज्य कर जनता के हित मे बेचैन दौड़ता दिखा कौन नकारेगा ऐसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री को। शोकाकुल परिवार की व्यवस्था छोड़ कर राज्य की जनता पर निगाहें टिकाये बैठे, ऐसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री को जनता बार बार सलाम करेगी। आपसे बेहतर व्यवस्था राज्य मे हमारे हेमन्त सोरेन जी ने दिया। माननीय मोदीजी मै स्पस्ट बोलती हूं कहने मे मुझे हिचक नहीं है, एक समाज सेवीका कह रही है की हेमन्त सोरेन के साथ केंद्रीय सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है तो कहीं न कहीं सच्चाई की गंध है। हमारे राज्य मे जब से हेमन्त सोरेन की सरकार आयी तबसे आप सौतेला व्यवहार पर उतारू है जो किसी भी देश के प्रधानमंत्री के लिए उचित नहीं है। एक देश का प्रधानमंत्री देश का शासक होता है न की व्यक्ति विशेष का। आपको तो हेमन्त सोरेन जी को बधाई देना चाहिए दिल से की इतना कम उम्र मे इतनी अच्छी लोकप्रियता हासिल कर दुनिया को दिखा लोकतंत्र की ताकत। सारी सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं के बाद भी रघुबर की घमंडी सरकार धराशायी हो गयी। आज हमारे देश के मजदूरों की स्थिति जो आपने अपनी नेतृत्व काल मे किया उसको संभालना एक देश के प्रधानमंत्री की नैतिक जिम्मेदारी थी, प्रधानमंत्री जी मैं झारखण्ड की बेटी हूं, और साथ समाज सेवी भी हूं इस नाते ये बताना चाहती हूं की जब हमारे देश के मजदूर जलते हैँ तभी देश चमकता है। मोदीजी आज हमारे देश कर गरीब मजदूर इस वैश्विक महामारी मे जीवकोपार्जन हेतु देश के भिन्न भिन्न प्रांतो मे बेटी, रोटी की समस्या से जूझ रहे थे। इस कोरोना के जंग मे जो उन लाचारो के साथ तबाही आयी, मजदूरों के पांव के छालो को, उनके बेटों -बेटी एवं उनके परिवार की रोटी याद कीजिएगा जिनके परिवार के कमाने वाले सिर्फ आपके गलत नीति एवं अहंकारी कु-व्यवस्था के कारण मौत के मुँह मे चले गए। रेल की पटरी पर उनके दांतो से कटी आधी रोटी चप्पल और कटे उनके शरीर के अंग को भी देख लीजियेगा। प्रधानमंत्री जी किसी भी प्रकार का नियम या निर्देश करने से पहले मजदूरों की पत्नी उनके माता-पिता, उनके बेटे-बेटियां उनके परिजनों की रुलाई और चीख को जरूर याद कीजियेगा क्योंकि इनकी अंतरात्मा से निकली हुई चीखें देश की सत्ता को परिवर्तित कर सकती हैँ। मोदीजी जो देश मजदूरों को पसीना सूखने से पहले मजदूरी देना अगर संस्कृति विरासत मे है तो मेरे भारत मे है और उस भारत के भाग्य विधाता आप हो और आपका यह देश सेवा का मंत्र है। माननीय प्रधानमंत्री जी मै खेद के साथ कहना चाहती हूं आज अगर झारखण्ड मे रघुबर सरकार होती तो आप देश की पूरी ताकत झोक देते लेकिन हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री जी के साथ किया सौतेला व्यवहार जो बिलकुल अनुचित है, इस वैश्विक आपदा के समय देश के प्रत्येक राज्यों की स्थिति को संभालना प्रधानमंत्री जी की नैतिक जिम्मेदारी है इसे सोचना था। कोई बात नहीं मोदीजी, मै झारखण्ड के धरती से आपको डंके की चोट पर यह बताना चाहती हूं की आपके इस सौतेलापन व्यवहार से हमारे झारखण्ड के लोकप्रिय मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन जी दुखी जरूर हैँ, पर हारे नहीं हैं। इस झारखंडी माटी के लाल को हज़ारो हज़ार सलाम करे तो भी कम है।
माननीय मोदीजी किसी देश के प्रधानमंत्री को अपनी नैतिक दायीत्व का निर्वहन करने हेतु हर संभव प्रयास करना चाहिए। हमारे देश का लोकतंत्र लुप्त होता दिख रहा है, क्या देश की जनता को सिर्फ वोट देने का ही अधिकार है? आपने रातो- रात जी. एस. टी लगाया, नोटबंदी की, लॉकडाउन कराया, सबों ने प्रेम से स्वीकारा किसी ने विरोध नहीं किया अभी झारखण्ड जब संकट के दौर से गुज़र रही है वैसे समय मे जमशेदपुर मे फल की दूकान पर, टीवी डिबेट करा कर झारखण्ड के जनता के बिच आपसी विवाद पैदा करना ही राजनेताओं का मकसद है, माननीय मोदीजी देश चलाने के लिए छप्पन इंच की छाती की नहीं देशहित मे अपनी गहरी संवेदना की जरूरत है। मैं बार बार कहना चाहती हूं जंग जितने एवं राज्य की सत्ता बेहतर चलाने के प्रयास हेमन्त सरकार की सफल हो यही मै माँ छिन्नमस्तिका से कामना करती हूं और यह व कहती हूं की हेमन्त की सरकार चलेगी ही नहीं दौड़ेगी भी। अभि 15 साल झारखण्ड बनेगा बेमिसाल! मेरा झारखण्ड अदेखा भारत है, जिस उद्देश्य से इस राज्य का गठन हुआ था उसका सपना साकार हेमन्त जी जरूर करेंगे ये मेरा ही नहीं समस्त झारखण्ड वासियों का पूर्ण विश्वास है।
रामा शंकर प्रसाद