संयुक्त किसान मोर्चा का आसनसोल में बड़ा सम्मेलन, बीजेपी को वोट ना देने की अपील.जब से दिल्ली बार्डर पर किसानों का केंद्र सरकार द्वारा संसद से पारित कराई गई तीनों कृषि बिलों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन चल रहा है, तब से पूरे बंगाल में आसनसोल वह जगह रही है, जहां सबसे ज्यादा कृषि बिल के विरोध में प्रदर्शन हुआ। जुलूस निकाले गए हैं। लेकिन यह पहली बार है कि बंगाल में होने जा रहे चुनाव के दौरान कृषि बिल के विरोध में आसनसोल में रविवार को एक बड़ा सम्मेलन हुआ। यह सम्मेलन आसनसोल के सेनरेल रोड के निकट संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले हुआ। इस रैली में किसान आंदोलन के कई बड़े नेता मसलन बलबीर सिंह राज्यवाल, गुरुनाम सिंह चंदौनी व हिमांशु मिश्रा ने विशेष रूप से शिकरत की। लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा के लिए बड़ा झटका बंगाल सरकार के कानून और श्रम मंत्री मलय घटक से मिला। वह किसान नेताओं के साथ मंच पर नहीं बैठे। वे नीचे दूसरे तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के साथ ही कुर्सी पर बैठें। उन्होंने कुछ बोलने से भी इनकार कर दिया। बहरहाल इस सम्मेलन में बड़ी संख्या में सिख समुदाय के लोग हाजिर थे। तृणमूल समर्थक भी थे। किसान नेताओं ने लोगों से अपील की कि वे बीजेपी को वोट नहीं करें। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी नेता दिल्ली छोड़कर बंगाल आ रहे हैं, इसलिए हम उन्हें खोजते हुए बंगाल आये हैं। सम्मेलन के बाद किसान नेता बलबीर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने कई बार कहा कि तीनों कृषि बिल ना तो किसानों के हित हैं और ना ही देश के हित में। केंद्र की मोदी सरकार को किसानों और देश की चिंता नहीं है, उन्हें चिंता है तो बस केवल अपनी इज्जत की।
पिंटू भारती की रिपोर्ट.