बिहार -कूदरा /आज सप्तम अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर स्वामी रामदेव महाराज एवं श्रद्धेय आचार्य बालकृष्ण जी महाराज के पुरुषार्थ का परिणाम है कि पूरी दुनिया में सातवें विश्व योग दिवस मनाया गया है. और पतंजलि योगपीठ इसे अपना मूल धर्म राष्ट्र सेवा मानकर अपने सभी समिति भारत स्वाभिमान पतंजलि योग समिति महिला पतंजलि योग समिति युवा भारत किसान सेवा समिति के पूरे देश दुनिया में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है और आज भी मनाया गया. बिहार दक्षिण राज्य की तरफ से कैमूर के कुदरा में योग कराया गया.जिसका नेतृत्व नारायण चौबे, प्रभारी पतंजलि योग समिति के नेतृत्व में किया गया. पतंजलि योगपीठ को अपने जीवन को समर्पित करने वाले अनिल कुमार, राज्य प्रभारी -भारत स्वाभिमान न्यास,बिहार दक्षिण में कहा कि जिस दिन पूरा भारत व दुनिया योग में होगा उस दिन ही भारत विश्व गुरु बन जाएगा और सतयुग की स्थापना हो जाएगी.इस मौके पर पंकज,राज्य प्रभारी पतंजलि योग समिति ने कहा कि जो भी पूरी दुनिया में सत्य धर्म की स्थापना करेगी राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रमोद कुमार अजय कुमार शशिधर अन्य गणमान्य उपस्थित हुए,कैमूर, जिनमें योगाभ्यास कर तन और मन की शुद्धि का संकल्प लिया गया। मुख्य कार्यक्रम कुदरा के लालापुर में राजवंशी शगुन लॉन परिसर में पतंजलि योगपीठ, हरिद्वार के तत्वावधान में आयोजित किया गया। जिसमें योग संस्था से जुड़े वरिष्ठ पदाधिकारियों के निर्देशन में साधकों ने प्रोटोकॉल के अनुसार योगाभ्यास किया। प्रात: सात बजे से आरंभ हुए कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन व ‘संगच्छध्वं संवदध्वं . ‘के वैदिक मंत्रोच्चार से हुई। उसके बाद सामूहिक रूप से विभिन्न आसन व प्राणायाम किए गए। जिनमें ग्रीवा चालन, शिथिलीकरण, चार चरण में स्कंध संचालन, कटि चालन, खड़े होकर किए जाने वाले आसन ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्ध चक्रासन, त्रिकोणासन, बैठकर किए जाने वाले आसन दंडासन, भद्रासन, वीरासन, अर्ध उष्ट्रासन, उष्ट्रासन, शशकासन, उत्तान मंडूकासन, मरिचयासन, वक्रासन, उदर के बल लेटकर किए जाने वाले आसन मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, पीठ के बल लेटकर किए जाने वाले आसन सेतुबंध आसन, उत्तानपादासन, अर्ध हलासन, पवनमुक्तासन, शवासन तथा कपालभाति, अनुलोम विलोम, शीतली, भ्रामरी प्राणायाम व ध्यान किया गया ।