मनोज की रिपोर्ट /बेघर सिंगलीकर बिरादरी के लोगों ने सरकार से मांगा जमीन और पक्का घर.प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत देश के तकरीबन राज्यों में नागरिकों को पक्का मकान मिल चुका है और लोग मानवीय जिंदगी जी रहे हैं। विकासशील राज्य पंजाब में कुछ बिरादरी या ऐसी हैं। जिनको अभी तक मालवीय जिंदगी का एहसास नहीं हो पाया है। ढंडारी खुर्द इलाके में रहने वालेसिंगलीकर बिरादरी के लोगों ने मंगलवार सरकारों के खिलाफ रोष जताते हुए कहा कि आज तक जितनी भी सरकार आई है। उनकी बिरादरी को किसी ने भी मानवीय जिंदगी जीने का अधिकार नहीं दिया है। बिरादरी के प्रतिनिधि स्वरूप सिंह मलकीत सिंह ने कहा कि बिरादरी के सैकड़ों परिवार आज भी झुग्गी झोपड़ी में रहने को मजबूर है। पंजाब में उन लोगों का इस तरह रहना अच्छा नहीं लग रहा है। पंजाब सरकार को चाहिए कि जिन परिवारों के पास घर बनाने की जमीन नहीं है। और घर नहीं है । उन्हें जमीन देकर घर बना कर दिया जाए ताकि वे मानवीय जिंदगी जी सकें। उल्लेखनीय है कि ढंडारी खुर्द इलाके में सिगलिकर बिरादरी के लोग पिछले 80 सालों से ढंडारी कला के जीटी पूल पास, व रेलवे लाइन विशाखा कालोंनी में रह रहे हैं। जिसके बाद अब उनके बुजुर्ग नही है। तो बच्चे है। जिसमे यह जमीन इन बिरादरी को मेंबर पार्लियामेंट देविंदर सिंह गरचा के पिता शमेशर सिंह गरचा ने दिया था। जबकि यह जमीन गोरदावरी में बोल रहा है। पर पक्का रजिस्ट्री नही है। जिसके बाद सिंगलिकर बिरादरी के लोग मंगलवर सुबह आठ बजे एकत्रित होकर इलाका पार्षद टोना गरचा के पास पहुचे। जिसके बाद पार्षद ने अपने लेटर पेड़ पर मूख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी को मांग के लिखिति लेटर लिखा गया। जो बिरादरी ने फैसला लिया है। हम सभी इक्कठे होकर मूख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी के पास जाएंगे।वही पार्षद ने बताया कि यह वह जात है। जो दसवे गुरू श्री गुरू गोबिंद साहब जी महाराज को यह शस्त्र बनाकर देते थे। हमे अपने कोम पर गर्व है। कि जो।। अच्छा काम कर चुके है। जो इनके साथ सरेआम धक्काशाही हो रहा है। यह किसी कीमत पर बर्दाश्त नही किया जाएगा। उन्हें उनका हक जरूर दिलवाया जाएगा। इस दौरान सिंगलीकर बिरादरी के लोगो ने मूख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी से मीडिया के जरिये भी गुहार लगाया है। जो हमारे जमीन पर गोरदावरी नाम पर बोल रहा है। उसका रजिस्ट्री किया जाए। व पक्का मकान बनवा के दिया जाए। ताकि हम अपने परिवारों को पालन पोषण कर सके।इस मौके पर स्वरूप सिंह, मलकीत सिंह, विक्की सिंह, प्यारा सिंह, गुरमीत सिंह, काफी सँख्या में लोग मौजूद रहे।