विवेक राज की रिपोर्ट /गोपालगंज। दिवाली के दो दिन पूर्व धनतेरस को झाड़ू खरीदने की पुरानी परंपरा है, जिसे आज भी लोग कायम रखें हुए है। साथ ही धनतेरस को लेकर गोपालगंज जिले में भी धूम मची है लोग ज्वेलरी व बर्तन इलेक्ट्रॉनिक के सामान के खरीदारी के अलावे झाडू की ख़रीदारी के लिए भी होड़ मचाए हुए हैं जिससे बाजारों में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के बाद रौनक बढ़ गई है। वही धनतेरस को लेकर बाजारों में जगह जगह पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है साथ ही पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार बाजारो में पैदल ही मार्च करते हुए नजर आए। इस दौरान उन्होंने बताया कि धनतेरस को लेकर जगह जगह पुलिस बल की तैनाती की गई है। ताकि कही कोई अनहोनी ना हो साथ ही विभिन्न जगह ड्राप गेट बनाये गए है इसके अलावे पार्किंग के लिए ड्राप गेट कें पास ही ब्यवस्था की गई है।दरअसल कोरोना संक्रमण से उबरने के दो साल बाद धनतेरस को लेकर बाजार में सामानों की खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। पूरे दिन बाजार में लोगों की भीड़ जमी रही। इस पर्व के मौके पर करोड़ों की खरीदारी की गई। धनतेरस पर नए सामानों की खरीदारी करने की सदियों पुरानी परंपरा इस बार भी पूरे उत्साह के साथ कायम रही। वही धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने को लेकर मान्यता है कि ऐसा करने से माता लक्ष्मी का वास होता है माता लक्ष्मी घर छोड़कर नहीं जाती हैं। साथ ही सुख शान्ति समृद्वि बनी रहती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदने को बेहद शुभ माना जाता है। मत्स्य पुराण में झाड़ू को माता लक्ष्मी का रूप माना जाता है इस दिन झाड़ू को खरीदने को सुख-शांति और धन में बढ़ोत्तरी से जोड़कर देखा जाता है। ऐसा माना जाता है कि झाड़ू घर की दरिद्रता को दूर करता है।