प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट /RJD प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने एनसीईआरटी के किताब से देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आजाद का संदर्भ हटाए जाने की तीखी शब्दों में निन्दा की है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि ‘सबका साथ और सबका विकास’ का झूठे दंभ भरने वाली भाजपा की मानसिकता इतनी संकुचित हो गई है कि वह देश के उन आदर्श पुरुषों का नाम इतिहास से हटा रही है जिनका इस देश को आजादी दिलाने से लेकर देश के निर्माण में अमूल्य योगदान रहा है। पिछले वर्ष इनके नाम से मिलने वाले फेलोशिप को बंद कर दिया गया था और अब किताब से हीं नाम गायब कर दिया गया है। आजादी की लड़ाई और आजादी के बाद देश के संविधान निर्माण में उनकी महती भूमिका को भूलाया नहीं जा सकता। देश के बंटवारे के बाद उन्हें पाकिस्तान द्वारा महत्वपूर्ण पद का ऑफर दिया गया था पर वे उसे ठुकरा कर भारत को हीं अपना ‘मादरे वतन’ कहकर भारत में हीं रहना पसंद किया।