मुजफ्फरपुर: बिहार में शिक्षक पद पर नियुक्ति को लेकर जिस तरह से राज्य के युवाओं के साथ अन्याय हो रहा है उसको लेकर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने चाचा-भतीजा यानी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला। प्रशांत किशोर ने कहा कि तेजस्वी यादव ने वादा किया था कि हम 2 लाख शिक्षकों को नियुक्त कर रहे हैं। अभी तो परीक्षा शुरू ही हुई है। आपने देखा होगा कि बिहार के साथ-साथ सारे राज्यों के लड़कों के लिए भी बहाली निकाल दी। दूसरे राज्यों में बिहार के लड़के जाकर मजदूरी करेंगे और दूसरे राज्य के लड़के बिहार में आकर शिक्षक बनेंगे। जब नौकरी मिल जाएगी तो हमें आकर बताइयेगा कि बिहार के कितने लोगों को नौकरी मिल गई। ये बिल्कुल इन्होंने फर्जीवाड़ा किया है ये हो भी नहीं सकता है। 32 सालों में अगर 10 लाख नौकरी दिए हैं तो वही डाटा जारी करें न कि हम इतने लोगों को नौकरी दिए हैं। दोनों चाचा-भतीजा बताएं कि कितने लाख लोगों को उन्होंने नौकरी दी है। आज 2 करोड़ लोग बिहार से बाहर जाकर मजदूरी कर रहे हैं और ये बड़ी-बड़ी बात कर रहे हैं।मुजफ्फरपुर के बोचहां में जन संवाद के दौरान प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि बिहार में यही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी मैदान में कहा था कि हम 10 लाख सरकारी नौकरी अगले एक साल में दे देंगे। अगले दिन मैंने कहा कि अगर नीतीश कुमार 10 लाख नौकरी दे देंगे तो हम उनके समर्थन में ये अभियान वापस ले लेंगे। 1 साल हो गए कितने लोगों को नौकरी मिली आप जाकर देख लीजिए। जो आदमी 17 से 18 साल मुख्यमंत्री रहते 10 लाख नौकरी नहीं दिया तो आज इनके पास कौन सा रामबाण आ गया है कि आप एक साल में 10 लाख नौकरी दे दीजिएगा? तेजस्वी यादव को गंभीरता से लीजिएगा तो भोगियेगा। बिहार के किसी लोगों ने नहीं पूछा कि 15 सालों तो उनके माता-पिता मुख्यमंत्री रहे उस समय कितने लोगों को आपने नौकरी दी । तेजस्वी यादव को कितना भी ज्ञान हो इतना तो ज्ञान नहीं ही है कि किसी कैबिनेट के पास अधिकार नहीं है कि वो 10 लाख लोगों को नौकरी दे दें।