पटना: अप्रवासी बिहारियों के कार्यक्रम को लेकर अमेरिका दौरे पर गये जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज अपने एक्स हैंडल के जरिये भाजपा पर करारा हमला किया है. अपने पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि भाजपा के जो नेता सत्ता में रहते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए नहीं अघाते थे, वही आज सत्ता से बेदखल होते ही उनके खिलाफ दुष्प्रचार में जुटे हुए हैं. यह साबित करता है कि भाजपाइयों के लिए सत्ता की मलाई महत्वपूर्ण है. जो उन्हें सत्ता की मलाई खिलायेगा यह उनके गुण गाने लगेंगे. वफादारी, समझदारी, वचनबद्धता जैसे शब्द इनके डिक्सनरी में नहीं है.एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा कि भाजपा यह जान ले कि नीतीश जैसे नेता 100 वर्षों में एक बार पैदा होते हैं. उनकी खिलाफ़त कर रहा भाजपा के हर नेता का ‘तेज’ नीतीश के सामने ‘निस्तेज’ है. नीतीश कुमार ने महज 20 वर्षों में जितना बिहार के लिए कर दिया है, भाजपा 100 वर्षों में उसका आधा भी नहीं कर सकती.जदयू महासचिव ने लिखा कि भाजपा का नीतीश विरोध का सबसे बड़ा कारण नीतीश राज में गरीबों, दलितों, पिछड़ों व अतिपिछड़ों का हो रहा सशक्तिकरण है. भाजपा जहां कर्पूरी फ़ॉर्मूला के आधार पर ओबीसी वर्गीकरण के लिए रोहिणी आयोग द्वारा की गयी अनुशंसा को लागु तक नहीं कर पायी है, वहीं नीतीश कुमार ने उनके लिए आरक्षण का दायरा तक बढ़ा दिया. इसी तरह उन्होंने भाजपा के तमाम विरोध के बावजूद जातिगत गणना को सफलतापूर्वक करवा कर राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया. यही वजह है कि भाजपा उनसे खार खाए बैठी है. भाजपा को बर्दाश्त ही नहीं हो रहा है कि उनके विरोध के बावजूद नीतीश सरकार गरीबों के हित में कैसे काम कर रही है.उन्होंने लिखा कि नीतीश कुमार के खिलाफ अपने सारे हथियार बेकार जाते देख भाजपा के नेता अब चरित्रहनन की ओछी राजनीति पर उतर आये हैं. भाजपा यह जान ले कि नीतीश बिहार के गरीबों व अतिपिछड़ों के आइकॉन हैं. जनता भाजपा की निचले स्तर की राजनीति को पहचान चुकी है और इसका जवाब उन्हें जरुर देगी.