CIN /टी. पी. एस. कॉलेज, पटना के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आई क्यू ए सी) के तत्वावधान में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार को प्रोत्साहित करने हेतु विज्ञान एवं पर्यावरण महोत्सव ‘इंद्रधनुष- 2024’ का आयोजन किया गया। जिसमें सभी विभाग के छात्र-छात्राओं ने पूरे उत्साह के साथ विभिन्न संवर्गों में अपनी प्रदर्शनी लगा कर लोगों को प्रभावित कर दिया । कार्यक्रम का उदघाटन बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग के अध्यक्ष प्रो. गिरीश कुमार चौधरी ने किया जो इसमें मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर रहे थे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. के. सिंह ने की । इस अवसर पर पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के. सी. सिन्हा और बिहार राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. कामेश्वर झा विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे । अतिथियों का स्वागत करते हुए महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो. उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा महाविद्यालय में सोलर प्लांट के समुचित प्रयोग से विद्युत उत्पादन आवश्यकता से अधिक कर रहे हैं । उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री माननीय नीतीश कुमार के प्रति आभार प्रकट किया और कहा की उनकी जाती दिलचस्पी के कारण कॉलेज के विकास कार्यो में तेजी आई और शिक्षा जगत में इसकी पहचान बनी । प्रो. के सी सिन्हा ने कहा कि हमें पर्यावरण और विकास के बीच संतुलन साधने की आवश्यकता है। मुख्य अतिथि प्रो. गिरीश कुमार चौधरी ने प्रतिभागियों की रचनात्मकता की सराहना करते हुए कहा कि छात्रों में वैज्ञानिक सोच और पर्यावरण की समझ को विकसित किया जाना आवश्यक है ताकि आने वाली वैश्विक चुनौतियों जैसे गरीबी, असमानता, जलवायु परिवर्तन का सामना किया जा सके । प्रो. कामेश्वर झा ने कहा कि बिहार जल जीवन और हरियाली योजना के अंतर्गत सतत विकास की अवधारणा पर बहुत ही बेहतर कार्य किया जा रहा है । पाटलिपुत्र विश्विद्यालय कुलपति प्रो. आर. के. सिंह ने महाविद्यालय के प्रयासों और प्रतिभागियों के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वैज्ञानिक चेतना और जागरूकता आज समय की मांग है। छात्रों को विज्ञान और पर्यावरण संबन्धित संवाद को अधिक व्यापक करते हुए अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए। आई क्यू ए सी की संयोजक प्रो.रूपम ने कहा कि इसमें तीन विधाओं पोस्टर, मॉडल और पावर पॉइंट के प्रदर्शन से संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित सतत विकास लक्ष्य विषय पर यह उत्सव केन्द्रित किया गया है। डॉ. श्यामल किशोर ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा इन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए पूरे समाज की रचनात्मकता, जानकारी, प्रौद्योगिकी और वित्तीय संसाधन आवश्यक हैं। मंच कर सफल संचालन डॉ. नूपुर ने किया, इससे पूर्व डॉ. कमल प्रसाद बौद्ध की पुस्तक “Skill and Technology for Teaching & Learning” का विमोचन भी किया गया । महाविद्यालय के सभी विभागों के विद्यार्थियों के द्वारा सतत विकाश के लक्ष्य से सम्बंधित पोस्टर, पॉवर पॉइंट एवं मॉडल्स की प्रस्तुति की गयी । पोस्टर में अंग्रेजी विभाग प्रथम, मनोविज्ञान विभाग द्वितीय एवं दर्शनशास्त्र एवं भूगोल विभाग को तृतीये पुरस्कार दिया गया । पॉवर पॉइंट प्रस्तुति में इतिहास विभाग को प्रथम, राजनीतिशास्त्र विभाग को द्वितीय एवं अर्थशास्त्र विभाग को तृतीये पुरस्कार दिया गया । मॉडल्स प्रस्तुति में वनस्पति विज्ञान विभाग को प्रथम, भौतिकी एवं रसायन शास्त्र विभाग को द्वितीय एवं जंतु विज्ञान विभाग की तृतीये पुरस्कार दिया गया । इन तीनो प्रस्तुतित के निर्णायक मंडल के सदस्य थे – प्रो. अजित कुमार सिंह, प्रो. रामदास प्रसाद एवं प्रो. रघुबंशमणि । इस अवसर पर विभिन्न महाविद्यालय के प्राचार्यों में डॉ इंद्रजीत राय, डा. विवेकानंद, डा. सीता सिन्हा, प्रो. रिमझिम शील, प्रो. कमल प्रसाद बौद्ध , प्रो अवधेश कुमार भी उपस्थित थे । निर्णायक मंडल सदस्यों में डॉ. अजित कुमार , डॉ. रघुवंश मणि एवं डॉ. राम दास प्रसाद ने प्रतिभागियों की प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए उनसे संबन्धित जानकारी प्राप्त की । इस अवसर पर प्रो. हेमलता सिंह, प्रो. विजय कुमार, डॉ. धर्मराज राम, डॉ. कृष्ण नंदन प्रसाद, डॉ. मुकुन्द कुमार, डॉ. ज्योत्स्ना कुमारी, डॉ. प्रीति, डॉ. नूतन, डॉ. शशि प्रभा दूबे, डॉ. अबु बकर रिजवी, डॉ. नवेन्दु शेखर, डॉ. उषा किरण, डॉ. विनय भूषण कुमार, डॉ. सानन्दा सिन्हा, डॉ. सुशोभन पलाधि, डॉ. अनिता सिंह, श्री मनोज कुमार, श्री कुमार अमिताभ, श्री अम्ब्रीश कुमार, श्री जक़ी इमाम, श्री दीपक कुमार, श्री तुमुल आंनद, श्री एस. अमन पटेल, श्री मृत्युजंय कुमार भी मौजूद थे।(अबू बकर रिज़वी)मीडिया प्रभारी