Kaushlendra Pandey/पटना। नेता विपक्ष राहुल गांधी ने बिहार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए देश के संविधान को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि “जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी सच्चाई से मोहब्बत करते थे, और इसी परंपरा में डॉ. अंबेडकर, ज्योतिबा फुले, सावित्रीबाई फुले, भगवान बुद्ध, गुरु नानक, बसवन्ना, नारायण गुरु और संत कबीर जैसे महापुरुष शामिल हैं।”
राहुल गांधी ने कहा कि भारत का संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि हजारों साल पुरानी सत्य और न्याय की विचारधारा का प्रतीक है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “जब आप संविधान को हाथ में लेते हैं, तो आप उन महापुरुषों की सोच और संघर्ष की रक्षा करते हैं। लेकिन इस संविधान में सावरकर की सोच नहीं है, क्योंकि वे सच्चाई का सामना नहीं कर पाए।”
उन्होंने आगे कहा कि “हमारा संविधान हिंदुस्तान की सच्चाई का रक्षक है और इसमें वो ज्ञान और अनुभव दर्ज है, जो हमारे नेताओं ने जनता से सीखा।”
राहुल गांधी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश में संविधान और विचारधारा को लेकर गहन बहस चल रही है। उनका यह बयान राजनीतिक गलियारों में नई हलचल पैदा कर सकता है।