वैशाली:- बिदुपुर थाना क्षेत्र के मधुरापुर गांव में बुधवार की रात पांच-छह हथियारबंद बदमाशों ने चबूतरे पर सो रहे दो सगे भाइयों चंचल व रौशन की गोली मारकर हत्या कर दी। पांच धुर जमीन के विवाद में ढाई माह पहले 17 मई को दोनों युवकों के पिता त्रिभुवन सिंह की भी हत्या कर दी गई थी। पिता की हत्या मामले में दोनों भाइयों की गुरुवार को कोर्ट में गवाही होनी थी।
सूचना पर बिदुपुर के अलावा हाजीपुर औद्योगिक थाना पुलिस के साथ एएसपी भी पहुंचे। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हाजीपुर सदर अस्पताल भेजा। गुरुवार को पोस्टमार्टम के बाद घटना के विरोध में आक्रोशित ग्रामीणों ने शव रखकर हाजीपुर-बिदुपुर रोड को सात घंटे तक जाम रखा। मृतकों के भाई कुंदन के बयान पर चचेरे भाइयों विवेक व अभिषेक को नामजद किया गया है।
सोते से उठाकर मारी गोली
मधुरापुर के स्व. त्रिभुवन सिंह के दोनों बेटे बुधवार की रात मधुरापुर भिंडा पर बने चबूतरे पर आठ-दस अन्य लोगों के साथ सोए थे। चाचा धर्मनाथ सिंह के बेटे विवेक व अभिषेक से पांच धुर जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इसी विवाद में बीते 17 मई को विवेक व अभिषेक ने त्रिभुवन की गोली मारकर हत्या कर दी थी। एफआईआर के बाद दोनों फरार चल रहे थे। इसी बीच दोनों भाई बीती रात गांवपहुंचे और सो रहे दस-बारह लोगों के बीच से ढूंढ़कर चंचल व रौशन को उठाया और उनके सीने में गोली मार दी।
एक भाई की मौके पर मौत
हमलावर पांच-छह की संख्या आर्म्स से लैस थे। रौशन की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बड़े भाई चंचल की सांस चल रही थी। चंचल को बाइक पर लादकर पहले बिदुपुर पीएचसी, फिर हाजीपुर सदर अस्पताल भेजा गया, पर रास्ते में ही चंचल ने दम तोड़ दिया।
हत्या की जड़ में निसंतान चाचा से जमीन लिखवाना है जिसे हत्यारे भी लिखवाना चाहते थे। मृतक त्रिभुवन 4 भाइयों धर्मनाथ, रघुनाथ व भोला में सबसे बड़े थे। त्रिभुवन की दूसरी पत्नी से 4 पुत्र कुंदन, चंचल, राहुल व रौशन हैं। कुंदन ने चाचा भोला जो अविवाहित थे, उनसे धर्मनाथ के घर के अहाते की 5 धुर जमीन लिखवा ली। यह बात धर्मनाथ के पुत्रों विवेक व अभिषेक को नागवार गुजरी। उन्होंने पहले चाचा और फिर दो चचेरों भाइयों को मार डाला।
पटना ,संजय कुमार