कौशलेन्द्र पाराशर की विशेष रिपोर्ट अन्य समाचार पत्रों के सारांश अंश -चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा PM मोदी की लोकप्रियता अब भी बरकरार है. इस पर प्रशांत किशोर ने कहा बिल्कुल, लोकप्रिय होने के बाद भी चुनावों में हार सकते हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि हिंदुत्व एक बड़ा फैक्टर है, लेकिन ध्रुवीकरण की भी एक सीमा होती है। एक सीमा से ज्यादा आप किसी भी समुदाय का ध्रुवीकरण नहीं कर सकते हैं। अगर ध्रुवीकरण इतना ही बड़ा फैक्टर होता तो बीजेपी को केवल40 प्रतिशत वोट ही थोड़ा मिलता। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर कहते हैं कि एक-दो राज्यों में चुनाव जीतकर एक शक्ति के तौर पर उभरना एक बात है, लेकिन लोकसभा चुनाव जीतना दूसरी बात। देश के राजनीतिक इतिहास में सिर्फ कांग्रेस और बीजेपी ही ऐसे दो दल हैं, जो नेशनल बन सके हैं। अब इसका अर्थ यह नहीं है कि कोई अन्य दल ऐसा नहीं कर सकता है, लेकिन ऐसा करने के लिए 20 साल तक लगातार प्रयास करना होगा। बीजेपी को ऐसा करने में50 साल का समय लगा। बीजेपी ने1978 से सफर शुरू किया था, उसके बाद आज वह यहां तक पहुंच पाई है।