कोलकाता-संजय कुमार,
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन्स (एनआरसी) को लेकर पश्चिम बंगाल में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र के साथ मंच साझा करके वामपंथी छात्र संगठनों के निशाने पर आईं ममता बनर्जी ने आज कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया। माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी के साथ दोबारा मंच साझा करने से परहेज किया, क्योंकि लेफ्ट सीएए को लेकर काफी आक्रामक है। सूत्रों के मुताबिक, ममता बनर्जी को पीएम मोदी के सामने भाषण देना था, इस कारण भी उन्होंने कार्यक्रम से किनारा कर लिया।
नेताजी इंडोर स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम के लिए ममता बनर्जी को न्योता भेजा गया था। बता दें कि ममता ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उनसे नागरिकता कानून को वापस लेने की अपील की थी। इस मुलाकात पर उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा था। लेफ्ट संगठनों ने मोदी से ममता की मुलाकात का विरोध करते हुए उनपर सीएए के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करने का आरोप लगाया था।
वामपंथी छात्र संगठनों ने कहा था कि जब पूरा राज्य मोदी सरकार के लाए गए इस कानून का विरोध कर रहा है तो ऐसे में सीएम को उनसे मिलने की क्या जरूरत थी? लेफ्ट स्टूडेंट्स ने टीएमसी के धरना स्थल के बगल में ही प्रदर्शन किया था। लेफ्ट पार्टियों से जुड़े छात्रों के ग्रुप ने प्रदर्शन स्थल पर पहुंचकर ममता बनर्जी के खिलाफ ‘आजादी’, ‘छी-छी’, ‘शेम-शेम’ के नारे लगाए। छात्रों ने नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर में जारी लड़ाई को कमजोर करने के लिए ममता से जवाब मांगा।