नई दिल्ली,
संशोधित नागरिकता कानून और नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस को लेकर दिल्ली के शाहीन बाग समेत विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन चल रहे हैं। प्रदर्शनों पर लोगों का अपना-अपना मत है। कोई इसे लोकतंत्र को मजबूत करने वाला तो, कोई कमजोर करनेवाला घटनाक्रम बता रहा है। इस बीच खबर है कि प्रदर्शनों का असर लोकतंत्र के उत्सव यानी चुनाव पर भी होनेवाला है। दिल्ली में 8 फरवरी को वोटिंग है, लेकिन प्रदर्शनकारी शाहीन बाग समेत बाकी इलाकों से हटने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में चुनाव आयोग ने वोटिंग में लोगों की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए वैकल्पिक रास्ते तलाशने के निर्देश दिए हैं।