सोशल डिस्टेंस के साथ मास्क का प्रयोग करते हुए पढ़ी गई नमाज. ईद उल अजहा की नमाज इस वर्ष ईदगाह एवं मस्जिदों की जगह मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपने-अपने घरों पर नमाज ईद उल अजहा अदा करने के बाद बकरे की कुर्बानी दिया कोरोनावायरस के संक्रमण को देखते हुए बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन की ओर से पूर्व में ही लौक डाउन के साथ नई गाइडलाइन के अनुसार भीड़ भाड़ इकट्ठा ना कर जैसे मस्जिदों ईदगाह में नमाज अदा नहीं कर घरों नमाज अदा करने के आदेश जारी किए गए थे।
अखलाक हुसैन जिलानी ने बताया के हजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम के वक़्त जो कुर्बानी देने का सिलसिला शुरू हुआ आगे जब तक दुनिया रहेगी इसी तरह से कुर्बानी का पर्व चलता रहेगा। उन्होंने बताया के हर वह इंसान जो अपनी क्षमता के अनुसार कुर्बानी कर सकता है जिसे अल्लाह ने हैसियत दिया हो फर्ज होता है कुर्बानी करना
सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए लोगों ने पांच से छ की संख्या में ही एक परिवार के ही लोगों के द्वारा नमाज अदा किया गया। दूसरी ओर सोशल डिस्टेंस के साथ साथ मास्क का प्रयोग करते हुए नमाज पढ़ी गई। ईद उल अजहा को देखते हुए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन की ओर से शहर में जगह-जगह सुरक्षा व्यवस्था एवं पुलिस पदाधिकारी लगाए गए थे जिसमें लहरिया सराय थाना के सब इंस्पेक्टर राशिद प्रवेश एवं अन्य पुलिसकर्मियों के साथ करमगंज चौक पर मुस्तैद रहे।
लोगों को बकरा ईद की बधाई के साथ अमन और शांति से मनाने का संदेश दिया गया।
नासिर हुसैन संवाददाता दरभंगा