कौशलेन्द्र पाराशर, मैनेजिंग एडिटर / प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आप से हाथ जोड़कर अपील है, अभी देश को बचाने का समय है- रेडवेड तो होते रहेंगे. प्रधानमंत्री मोदी जी आईटी विभाग की कार्रवाई सही है या गलत है यह तो मैं नहीं कह सकता लेकिन करवाई का तरीका बहुत ही गलत रहा. विदेशों में देश की बदनामी हो रही है.दैनिक भास्कर पर आयकर विभाग के छापे की खबर अब वर्ल्ड मीडिया में भी पहुंच गई है। इस मामले पर पहले ही देश की संसद में चले रहे मानसून सत्र की कार्यवाही को ठप करना पड़ा है। अब विदेशी मीडिया में भी ये खबर फैल रही है।विदेशी मीडिया का कहना है कि दैनिक भास्कर बीते कुछ महीनों से आम लोगों के लिए जरूरी खबरें प्रकाशित कर रहा था। ऐसा करने के कुछ महीनों के भीतर ही भास्कर पर आयकर विभाग का छापा पड़ गया।
कोरोना की दूसरी लहर में व्यवस्थाओं की खामियां उजागर करने वाले देश के प्रतिष्ठित मीडिया ग्रुप दैनिक भास्कर के मध्यप्रदेश में इंदौर और भोपाल ऑफिस में आयकर ने छापा डाला। अफसरों की टीम महाराष्ट्र पासिंग बस से देर रात भोपाल के प्रेस कॉम्पलेक्स और इंदौर में एलआईजी चौराहे के पास दफ्तर पहुंची।भोपाल में नाइट शिफ्ट की रिपोर्टिंग टीम और डेस्क स्टाफ को तड़के 4 से 5 बजे काम करने से रोक दिया गया। लैपटॉप बंद करा दिए जिस कारण टीम अपना काम नहीं कर पाई। मोबाइल जब्त कर लिए और सुबह शिफ्ट खत्म होने पर भी बाहर जाने से रोका गया। सभी को गुरुवार दोपहर 1 बजे तक बंधक बनाए रखा। साथ ही डिजिटल के हेड से कहा गया कि आप आईटी और फाइनेंस के हेड्स को बुलाइए, तभी टीम को जाने दिया जाएगा।इस कार्रवाई को लेकर पूरे प्रदेश में ‘आई स्टैंड विथ दैनिक भास्कर ट्रेंड’ कर रहा है और केंद्र सरकार की इस कार्रवाई की आलोचना हो रही है। इधर, संसद के दोनों सदनों में इसे लेकर जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद संसद स्थगित करनी पड़ी। इस पूरे मामले में भास्कर का स्टैंड बरकरार है कि भास्कर में पाठकों की ही मर्जी चलेगी। जो सच होगा, वह लिखा जाएगा।