गोपालगंज के बैकुंठपुर प्रखंड क्षेत्र में आई विनाशकारी बाढ़ के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए गुरुवार को केंद्रीय टीम के साथ जिलाधिकारी अरशद अजीज बाढ़ प्रभावित गांवों में पहुंचे। इस दौरान पदाधिकारियों की टीम ने बंगरा पंचायत के कृतपुरा व पकहां गांव के समीप टूटे तटबंध का जायजा लेने के साथ ही बाढ़ से क्षतिग्रस्त भवन व फसलों को हुए नुकसान के बारे में जानकारी लिया। कृतपुरा गांव में अधिकारियों से ग्रामीणों ने ध्वस्त संपर्क पथ की मरम्मत कराने की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि तटबंध टूटने के बाद उसकी मरम्मती में कोताही बरती जाती है। जिसके कारण पुन: तटबंध टूट जाते हैं। जिसका नतीजा सैकड़ों गांवों के ग्रामीणों को भुगतना पड़ता है। ग्रामीणों ने बाढ़ से हुए नुकसान के बारे में विस्तार से अधिकारियों को अवगत कराया। ग्रामीणों की बातें सुनने के बाद जिलाधिकारी अरशद अजीज ने ग्रामीणों को बाढ़ से ध्वस्त मकानों की क्षतिपूर्ति कराने का आश्वासन दिया। उसके बाद ग्रामीणों ने सरकार की तरफ से मिल रहे छह हजार रुपये अबतक सभी परिवारों को नहीं मिलने की बात उठाई। इसपर जिलाधिकारी ने कहा कि बैंक की गड़बड़ी के कारण कुछ परिवारों को अबतक राशि नहीं मिल पाई है। बहुत जल्द राशि बाढ़ पीड़ितों के खाते में पहुंच जाएगी। निरीक्षण के दौरान पदाधिकारियों की टीम ने पाया कि इस गांव में 35 मकान पूर्ण रूप से ध्वस्त हो गए हैं। जबकि 92 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। टीम में जल एवं आपदा निदेशालय के निदेशक संजीव कुमार सुमन, सुपरिटेंडिग इंजीनियर प्रदीप कुमार, जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता अबरार अरशद, सिचाई विभाग के कार्यपालक जिला अभियंता नवल किशोर सिंह, अधीक्षण अभियंता विनय कुमार सिंह, मुख्य अभियंता ओमप्रकाश अंबरकर, सारण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार, एसपी मनोज तिवारी, एसडीएम उपेंद्र कुमार पाल, प्रशिक्षु एसडीपीओ दीपक कुमार, बीडीओ अरबिद कुमार गुप्ता, सीओ राकेश कुमार दुबे, बिजली विभाग के जेई प्रकाश कुमार सिंह शामिल रहे।
शशिकांत की रिपोर्ट.