दिल्ली /LAC पर बढ़े तनाव के बीच मॉस्को में चीनी विदेश मंत्री से मिलेंगे एस जयंशकर.पूर्वी लद्दाख के पैंगोग त्सो झील के दक्षिणी छोर पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई गोलीबारी की घटना से दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. सीमा पर जारी तनाव के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर मंगलवार को चार दिवसीय रूस ( की यात्रा पर रवाना हो रहे हैं. विदेश मंत्री मॉस्को में चल रही शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन की बैठक में हिस्सा लेंगे. बताया जा रहा है चीन के साथ चल रहे विवाद के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने चीनी समकक्ष वांग यी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे.मॉस्को पहुंचने से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ से तेहरान में मुलाकात करेंगे. मॉस्को यात्रा से पहले विदेश मंत्री ने चीन से जारी तनाव को लेकर कहा कि एलएसी पर स्थिति काफी गंभीर है. सीमा पर जानी तनाव को कम करने के लिए राजनीतिक स्तर पर गहराई से बात करने की जरूरत है. बता दें कि विदेश मंत्री की यात्रा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मॉस्को यात्रा के महज कुछ दिन बात हो रही है. राजनाथ सिंह ने चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगही से करीब दो घंटे तक मुलाकात की थी. इस दौरान राजनाथ सिंह ने चीन के रक्षा मंत्री को साफ तौर पर कहा था कि सीम पर जिस तरह के हालात पैदा हुए है उसके चीनी सेना जिम्मेदार है.दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव के बीच हुई इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कड़े शब्दों में कहा है कि पूर्वी लद्दाख में तनाव का एकमात्र कारण चीनी सैनिकों का आक्रामक रवैया है. राजनाथ सिंह ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो भारत अपनी संप्रभुता की रक्षा करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है. उन्होंने कहा कि चीन के सैनिकों ने सीमा पर बनी यथास्थिति को बदलने की कोशिश की. राजनाथ सिंह ने सीमा पर चीन की तरफ से बड़ी संख्या में फौजियों को भेजने का मुद्दा भी उठाया.पूर्वी लद्दाख में जारी तनाव के बीच दोनों देशों के विदेश मंत्री गुरुवार को बैठक कर सकते हैं. बता दें कि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों ने 17 जून को सीमा पर जारी तनाव को लेकर बात की थी और इस दौरान पूरे मामले को जिम्मेदार तरीके से संभालने पर सहमति बनी थी.
धीरेन्द्र वर्मा की रिपोर्ट.