नई दिल्ली
कई सालों से चल रही सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या की रामजन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले की सोमवार यानी कि आज 14 अक्टूबर से अंतिम दौर की सुनवाई शुरू होने जा रही है। बता दें कि अयोध्या को हाई अलर्ट पर रखा गया है। प्रशासन ने बड़ा फैसला लेते हुए अयोध्या में धारा 144 लागू भी कर दी है और जिले को किले में तब्दील कर दिया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 10 दिसंबर, 2019 तक जिले में धारा 144 लागू रहेगी। इस बात से साफ है कि दीपोत्सव, चेहल्लुम और कार्तिक मेले के दौरान निषेधाज्ञा लागू रहेगी और इसके लिए भारी संख्या में जिले में सुरक्षाबलों को तैनात करने का फैसला कर लिया गया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 18 अक्टूबर से जिले में सुरक्षाबलों की पहली खेप पहुंचनी शुरू हो जाएग, जिसमें पीएसी, सीआरपीएफ और रैपिड एक्शन फोर्स की कंपनियों के जवान शामिल होंगे। वहीं, इसके अलावा अयोध्या में रह चुके शीर्ष अधिकारियों को भी दीपावली महोत्सव और सुप्रीम कोर्ट से आने वाले फैसले के मद्देनजर उन्हें बुलाया जा रहा है।
फोर्स के लिए किया गया 200 स्कूलों को आरक्षित
अयोध्या फैसले को लेकर जहां जिला प्रशासन अलर्ट पर है, तो वहीं, अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी संख्या में फोर्स मांगी गई है। खबरों के अनुसार फोर्स के लिए जिले के 200 स्कूलों को आरक्षित कर लिया गया है व साथ ही स्कूलों की लिस्ट जिला प्रशाशन को भेज दी गई है।
बताते चलें कि सीजेआई रंजन गोगोई ने सुनवाई के लिए 17 अक्टूबर की डेडलाइन तय की थी और सुनवाई के बाद एक महीने के अंदर फैसला आने की उम्मीद भी जताई थी।
प्रिया सिन्हा
संपादक