दिल्ली -असम ब्यूरो,कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट / करीमगंज विधानसभा क्षेत्र के जिस बूथ पर कथित बीजेपी विधायक की कार में ईवीएम मिले थे वहां चुनाव रद्द कर दिया गया है. इसके अलावा चुनाव आयोग ने इस बूथ पर चुनाव से जुड़े चार अधिकारियों को भी सस्पेंड कर दिया है. इस मामले को लेकर चुनाव आयोग ने केस दर्ज करवाया है. बता दें कि गुरुवार को चुनाव के दौरान कार का वीडियो वायरल होने के बाद हिंसा फैल गई थी. दावा किया जा रहा है कि ये कार बीजेपी के मौजूदा विधायक कृष्णेंदु पॉल की पत्नी की है. चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारी से विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है.गुरुवार शाम असम के करीमगंज इलाके में हिंसा तब भड़क गई, जब स्थानीय लोगों को लगा कि चुनाव अधिकारी बीजेपी विधायक कृष्णेंदु पॉल की गाड़ी में ईवीएम ले जा रहे हैं. पॉल के परिजन के नाम पर रजिस्टर्ड महिंद्रा बोलेरो में ईवीएम मिली थी. वोटिंग के बाद मशीन को स्ट्रॉन्ग रूम में ले जाया जा रहा था. हालांकि, जिला निर्वाचन अधिकारी की तरफ से दाखिल की गई शुरुआती रिपोर्ट में बताया गया है कि पोलिंग पार्टी को ‘इस बात की जानकारी नहीं थी कि वे जिस गाड़ी में सफर कर रहे हैं, वह बीजेपी विधायक की थी.’कहा जा रहा है कि इंदिरा एमवी स्कूल के मतदान केंद्र के अधिकारी स्ट्रॉन्ग रूम की तरफ जा रहे थे. इसी दौरान उनकी गाड़ी खराब हो गई. इसके बाद वे चुनाव अधिकारियों से संपर्क नहीं बना पाए और पास से गुजर रही गाड़ी से लिफ्ट मांग ली. जबकि, गाड़ी चुनाव उम्मीदवार और पठारखंडी के विधायक की थी. चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार, जिला निर्वाचन अधिकारी की रिपोर्ट मे कहा गया है कि ईवीएम में सील लगी हुई.इस घटना को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि चुनाव आयोग को इस तरह की शिकायतों पर निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए. कांग्रेस महासचिव ने कहा कि सभी राष्ट्रीय दलों द्वारा ईवीएम की जरूरतों के उपयोग का पुनर्मूल्यांकन किया जाना चाहिए.