धीरेन्द्र वर्मा की रिपोर्ट /देश में जानलेवा कोरोना वायरस फिर से कोहराम मचा रहा है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग करेंगे. मीटिंग आज शाम 6.30 बजे होगी. इस मीटिंग में पीएम मोदी कोरोना की मौजूदा स्थिति पर सभी राज्यों के सीएम और उच्च अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये चर्चा करेंगे. इसके अलावा पीएम मोदी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वैक्सीनेशन पर भी चर्चा करेंगे. दो दिन पहले ही पीएम मोदी ने कोरोना रिव्यू मीटिंग की थी, जिसमें पीएम मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि कोरोना रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं.भारत में कोरोना से हालात हर दिन गंभीर होते जा रहे हैं. खासकर कुछ राज्यों में जहां हर दिन कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं. पिछले 24 घंटो में सामने आए मामलों में 81% और 24 घंटो में कोरोना से हुई मौतों में से 84% आठ राज्यों में हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में 12 ऐसे राज्य हैं, जहां कोरोना के मामले तेज़ी बढ़ रहे हैं और संक्रमण से लोगों की जान जा रही है. ये राज्य महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, गुजरात, मध्य प्रदेश, दिल्ली, तमिलनाडु, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और केरल हैं.शुक्रवार को कैबिनेट सचिव, राजीव गौबा के साथ हुई बैठक में, 11 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को उनके बढ़ते दैनिक मामले और रोजाना हो रही मौतों के कारण महाराष्ट्र, पंजाब, कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, चंडीगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, दिल्ली और हरियाणा को गंभीर चिंता वाले राज्य के रूप में वर्गीकृत किया गया.मुंबई में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच नया संकट सामने आया है. यहां वैक्सीन लगभग खत्म हो चुकी है. मेयर किशोरी पेडणेकर ने कहा- ‘मुंबई में वैक्सीन का स्टॉक लगभग खत्म होने की कगार पर है. हमने वैक्सीन की सभी डोज सारे सरकारी अस्पतालों को दे दी है. अब हमारे पास सिर्फ एक लाख कोवैक्सिन बची है. इस बारे में हमने स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे जी को भी जानकारी दी है.’ महाराष्ट्र को 1,06,19,190 वैक्सीन की सप्लाई की जा चुकी है. इसमें 90,53,523 लोगों को लगाई जा चुकी है, वहीं 7,43,280 वैक्सीन की सप्लाई अभी पाइपलाइन में,केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि जो राज्य वैक्सीन कमी की बात कर रहे हैं और 18 से 20 साल के उम्र के लोगों को टीका लगाने की मांग कर रहे हैं. वे राजनीतिक रूप से लोगों को डरा रहे हैं. अभी वैक्सीन उन्हें ही दिया जाएगा जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है. उन्होंने कहा कि कुछ राज्य वैक्सीन की कमी के दावे कर रहे हैं, जबकि देश में टीके की कोई कमी नहीं है.