कौशलेन्द्र पाराशर , मैनेजिंग एडिटर / कंट्री साइड न्यूज़ टीम और पूरा मैनेजमेंट आर एस एस प्रमुख और आर एस एस के सभी उच्च पदों पर आसीन लोगों से आग्रह करता है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तत्काल और त्वरित तरीके से हटा देना चाहिए. यह दोनों लोग भाषण देने में महारत हासिल रखते हैं. काम करने में बहुत ही कमजोर है. देश भाषण देने से नहीं चलता है. एक गरीबों का देश है. आज के डेट में 80 से 90% गरीब लोग रह रहे हैं. एक सेवानिवृत्त डॉक्टर के लिए 1 सप्ताह से लगातार आग्रह के बाद भी लखनऊ डीएम के द्वारा एक हॉस्पिटल में बेड नहीं व्यवस्था कराया जा सका.कल सुबह अपने निवास पर डॉ. चंद्रशेखर निगम में दम तोड़ दिया /यह कैसा लोकतंत्र है. आर एस एस, प्रमुख मानव बचेंगे तब ही मानवता बचेगा, अभी बचेगा हिंदुस्तान. मै कंट्री इनसाइड न्यूज़ का संस्थापक और आपको बहुत प्यार करने वाला लड़का हूँ. मैंने आपके लीये इस संस्थान का स्थापना किया. जो बीबीसी को टक्कर दे सके. जो आरएसएस को बदनाम करते हैं उनको जवाब दे सके .प्रधानमंत्री कोरोना मैनेजमेंट में फेल है. योगी आदित्यनाथ की कोई तैयारी नहीं है. पूर्व में भी बीजेपी के कई दिग्गज नेता और अर्थशास्त्री चेता चुके हैं और बोल चुके हैं . नितिन गडकरी को कोरोना का बागडोर दे देना चाहिए .कोरोना से निपटने गडकरी को मोर्चे पर लगाने के लिए कह चुके हैं स्वामी: सुब्रमण्यम स्वामी इससे पहले पीएम मोदी को सलाह दे चुके हैं कि वे कोरोना से लड़ने का काम नितिन गडकरी को सौंप दें। उन्होंने कहा था कि भारत देश जिस तरह मुस्लिम हमलावरों और ब्रिटिश साम्राज्यवादियों के मुकाबले विजेता होकर उभरा था, हम वैसे ही कोरोनावायरस से भी पार पा लेंगे। इसलिए मोदी को कोरोना के खिलाफ जंग का जिम्मा गडकरी को सौंप देना चाहिए। पीएमओ पर भरोसा करना बेकार है।क्या बोले सुब्रमण्यम स्वामी?: भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट कर कहा, “मैंने दो दिन पहले ही चेतावनी देकर कहा था कि कोरोनावायरस की तीसरी लहर बच्चों को निशाना बनाएगी। हमें इस संकट से निपटने के लिए गंभीर प्रबंधन करने वाली टीम चाहिए, जो कि प्रतिक्रिया पर निगरानी रख सके और योजना तैयार कर सके। न कि प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की सनकी टीम। नीति आयोग की टीम ने भी कोरोना की तीसरी लहर के खतरों की पुष्टि कर दी है।”