पटना, २५ मई। संस्कृत प्रेमियों के लिए यह एक प्रसन्नता की बात हो सकती है कि, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा आयोजित ‘संस्कृत संभाषण शिविर’ के प्रतिभागीगण स्वयं तो संस्कृत बोलना सरल विधि से सीख ही रहे हैं, अपने घर के बच्चों को संस्कृत पढ़ा भी रहे हैं। सम्मेलन अध्यक्ष डा अनिल सुलभ स्वयं अपने पुत्र और पौत्रों को संस्कृत बोलना सिखा रहे हैं। इसी तरह कई अन्य प्रतिभागी जो शिविर में सीखते हैं, अगले दिन अपने बच्चों को सिखाते और अभ्यास कराते हैं।यह परिणाम डा सुलभ के उस आग्रह का है, जो उन्होंने संस्कृत शिविर के आरंभ में प्रतिभागियों से किया था। इसका दोहरा लाभ इस रूप में हो रहा है कि एक ही साथ प्रतिभागियों का फिर से अभ्यास हो जा रहा है और उनकी अगली पीढ़ी भी भारत की प्राच्य भाषा के अक्षय कोश से जुड़ रही है।मंगलवार की संध्या शिविर का ९वाँ दिवस संपन्न हुआ, जिसमें शिविर के मुख्य प्रशिक्षाक डा मुकेश कुमार ओझा द्वारा समय-ज्ञान का प्रशिक्षण दिया गया। लोग जान सके कि संस्कृत में ‘डेढ़ बजा है, ढायी बजा है, साढ़े तीन बजा है या सवा बारह बजा है’ को क्या कहते हैं। इसी प्रकार अनेक अव्यय और विभक्तियों के प्रयोग की जानकारी भी दी गई।सम्मेलन अध्यक्ष ने आशा व्यक्त की कि कुछ ही दिनों के अभ्यास से सभी प्रतिभागी धारा-प्रवाह संस्कृत बोलना सीख जाएँगे। उन्होंने प्रतिभागियों द्वारा अपने बच्चों को प्रशिक्षित करने के कार्य को सम्मेलन की एक बड़ी उपलब्धि बताया। शिविर में सम्मेलन के उपाध्यक्ष डा शंकर प्रसाद, डा कल्याणी कुसुम सिंह, डा सुलक्ष्मी कुमारी,डा जंग बहादुर पाण्डेय, डा सत्या शर्मा कीर्ति, डा ध्रुब कुमार, डा प्रतिभा सहाय, डा उषा रानी जायसवाल, डा ममता मिश्र, कुमार अनुपम, पूनम आनंद, डा मीना कुमारी, डा अर्चना त्रिपाठी, डा शालिनी पाण्डेय, आराधना प्रसाद, डा ममता मिश्र, पल्लवी विश्वास, वीणाश्री हेमब्रम, डा प्रमिला मिश्र, अंकेश कुमार, इन्दु उपाध्याय, डा मोनिका देवी, नंदिनी प्रनय, पूनम देवा, अमरेन्द्र ओझा, भारती कुमारी, चंदा मिश्र, कुंदन कुमार, माधुरी भट्ट, मारंग बारू, सविता मिश्र, पूजा ऋतुराज, उर्मिला साव, विनीत कुमार शर्मा, विभा रानी श्रीवास्तव, सियाराम ओझा राणा रणजीत समेत बिहार, झारखंड, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, छतीसगढ़ और उत्तर प्रदेश से अनेक प्रतिभागी ऑन लाइन जुड़ कर संस्कृत बोलना सीख रहे हैं। तकनीकी सहयोग युवाकवि नेहाल कुमार सिंह ‘निर्मल’ तथा अमित कुमार सिंह द्वारा किया जा रहा है।