प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट /प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 जून, 2021 को पूरे देश को संबोधित कर यह ऐलान किया है कि 21 जून यानी कि योग दिवस से 18 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों को टीकाकरण मुफ्त में लगाए जाएंगे।कंट्री इनसाइड न्यूज़ की मुख्य सब एडिटर ने करीब 10 राज्यों के युवाओं से फोन पर बात की, सभी ने खुशी जताया.और तो और, दिवाली तक देश के 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त अनाज देने की घोषणा भी की गई है। जैसा कि आप जानते हैं कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हुए कुप्रबंधन के लिए राज्य सरकारों को ही जिम्मेदार ठहराया गया है। अब ऐसे में पीएम मोदी के भाषण पर सियासत शुरू हो गई है। बता दें कि भाजपा नेताओं ने पीएम मोदी के एलान का स्वागत किया है जबकि विपक्षी नेताओं ने इसमें तंज कसा और कहा कि – ‘देर आए, दुरुस्त आए…’
दूसरी ओर, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डॉ. अश्वत्नारायण का कहना है कि पीएम मोदी ने राज्यों को टीके देने और युवाओं को तेजी से वैक्सीन लगवाने का आश्वासन दिया। अब टीकों की खरीद के लिए ग्लोबल टेंडर डालने की जरूरत नहीं है, क्योंकि भारत सरकार हमारी जरूरतों को पूरा करेगी।
यही नहीं, छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने कहा कि मुफ्त टीकाकरण 6 महीने पहले शुरू हो जाना चाहिए था, लेकिन देर आए, दुरुस्त आए। केंद्र सरकार को पहले ही टीकाकरण नीति में बदलाव नहीं करना चाहिए था। निजी अस्पतालों को 25 फीसदी वैक्सीन का अलॉटमेंट काफी ज्यादा है।
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार में विधायक राघव चड्ढा ने मुफ्त टीकाकरण के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेर लिया है। उन्होंने कहा कि जब पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया, तब केंद्र सरकार ने फैसला ले लिया है। हमारी मांग राष्ट्रीय टीकाकरण चलाने की थी, जिसकी अनदेखी की गई। सुप्रीम कोर्ट में लगातार जद्दोजहद के बाद केंद्र सरकार आखिरकार जाग गई है।
इन सबके बीच मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं मुफ्त टीकाकरण की घोषणा करने और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को नवंबर तक बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करता हूं।
बताते चलें कि आईएमए के अध्यक्ष डॉ. जेए जयलाल ने कहा कि भारत सरकार द्वारा सभी नागरिकों के लिए मुफ्त टीकाकरण के एलान के मद्देनजर हम पीएम मोदी को धन्यवाद देते हैं। आईएमए पीएम मोदी द्वारा शुरू किए गए टीकाकरण अभियान का लगातार और सक्रिय रूप से समर्थन कर रहा है।