कौशलेन्द्र पाराशर की रिपोर्ट /सचिव स्तर के अधिकारी सुधीर कुमार घंटों थाने में बैठे रहे. पर थाने में किसी ने FIR दर्ज नहीं किया. पटना के गर्दनीबाग स्थित SC-ST थाने में आज दोपहर कागजातों के साथ सचिव सुधीर कुमार पहुचे थे. घंटों खड़े रहने के बाद भी प्रभारी मामला दर्ज करने नहीं पहुंचे. काफी देर के बाद थाने पहुंचे थानेदार ने यह कहते हुए FIR दर्ज करने से मना कर दिया की FIR कि कॉपी अंग्रेजी में लिखी गई है. बाद में निराश होकर सुधीर कुमार को वापस लौटना पड़ा. थानेदार में सीनियर अधिकारी का थाने में मामला दर्ज नहीं होने पर मामला ने राजनीतिक रंग ले लिया और विपक्ष ने बड़े सवाल खड़े किया.सीनियर अधिकारी सुधीर कुमार का FIR दर्ज नहीं होने पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कई सवाल खड़े करते हुए मामले को गंभीर बताया. तेजस्वी यादव ने कहा कि सुधीर कुमार मुख्यमंत्री और अधिकारियों पर FIR दर्ज करने पहुंचे थे. पर बिहार में FIR तक दर्ज नहीं होता. बिहार में सचिव स्तर के अधिकारी की भी नहीं सुनी जाती तो आम आदमी की कौन सुनेगा. तेजस्वी ने कहा कि किस बात से सीएम नीतीश कुमार डर रहे हैं. मुझ पर भी FIR दर्ज हुआ था तो मैंने खुलकर कहा था कि कानून जो भी करवाई करनी चाहे करे. तेजस्वी ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि अगर FIR दर्ज होता है तो सीएम नीतीश कुमार और उनके प्रधान सचिव बुरे फसेंगे. आज बिहार में मंत्री, विधायक और अधिकारी सभी सवाल खड़े.आईएएस अधिकारी की FIR दर्ज नहीं होने पर सवाल खड़ा करते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि कौन सी राज को छुपाने की कोशिश की जा रही है. अगर मामला सामने आया तो कई प्रधान सचिव स्तर के अधिकारी जेल में जाएंगे. 2017 में हुए इंटर स्तरीय पहले प्रतियोगिता परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में सुधीर कुमार का नाम आया था. जांच के बाद सुधीर कुमार को गिरफ्तार किया गया था.