प्रिया सिन्हा की रिपोर्ट /विश्व स्वास्थ्य संगठन के वैज्ञानिक चिंतित है. कोरोना के नए वेरिएंट की वजह से हॉस्पिटलाइजेशन और मौतों की संख्या बढ़ सकती है. ओमिक्रॉन को लेकर (WHO )विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा- ‘अब जबकि वेरिएंट से संबंधित मामले दुनियाभर में बढ़ रहे हैं तो हमारी आशंका है कि हॉस्पिटलाइजेशन और मौतों की संख्या बढ़ सकती है. विश्व स्वास्थ संगठन ने यह भी कहा है कि ओमिक्रॉन के बारे में और स्पष्ट जानकारी के लिए अभी ज्यादा डेटा की जरूरत है.विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनियाभर के देशों से ओमिक्रॉन का ज्यादा से ज्यादा डेटा कलेक्शन करने की अपील भी की है. संगठन का मानना है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट दुनिया में अपना असर छोड़ सकता है, लेकिन अभी इसके बारे में कोई भी बात कहना जल्दबाजी होगी. संगठन के मुताबिक जैसे जैसे डेटा सामने आते जाएंगे, तस्वीर साफ होती चली जाएगी. डब्ल्यूएचओ ने एक अध्ययन के आधार पर कहा था कि ओमिक्रॉन वेरिएंट डेल्टा से ज्यादा तेजी से फैलने के साथ ही वैक्सीन के प्रभाव को भी कम करता है. लेकिन दूसरी तरफ यह भी कहा है कि डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले ओमिक्रॉन से होने वाला संक्रमण कम घातक है. संक्रमित व्यक्ति में दिखने वाले लक्षण डेल्टा के मुकाबले बहुत कम गंभीर होता है.