पटना, 31 मार्च – पटना नगर निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश सिंह, संयोजक राम यतन प्रसाद, एवं मंगल पासवान ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि इस वैश्विक संकट एंव कोरोना महामारी की स्थिति में जहाँ एक तरफ निगम के दैनिक मजदूर अपना एंव अपने परिवार के जीवन को खतरे में डालकर सड़कों, मुहल्लों, गलियों की सफाई एंव घरों से कचरा उठाने में लगे हुये हैं | इन मजदूरों द्वारा बिलिचिगं पाऊडर एंव सेंटेनाईजर आदि का दिन रात छिड़काव किया जा रहा है ।
दूसरी तरफ नगर विकास मंत्री द्वारा इस संकट की घड़ी में कार्यरत इन सफाई दूत दैनिक मजदूरों को दो माह बाद कार्य से हटाने का बयान दिया जा रहा है । मंत्री के इस तरह के अनाप शनाप बयान देने से निगम कर्मियों में भारी गुस्सा है | फलस्वरूप निगम प्रशासन के समक्ष इस संकट की घड़ी में नई मुसीबत खडी हो सकती है और इसके लिए ज़िम्मेवार मंत्री ही होगें।
नेताओं ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री सफाई मजदूरों का पैर पखार कर सम्मान दे रहे हैं और नगर विकास मंत्री निजी कम्पनीयों पर मेहरबान होकर इन सफाई मजदूरों को हटवाने का षड्यंत्र कर रहे हैं |
समन्वय समिति के नेताओं ने कहा कि पटना नगर निगम के दैनिक मजदूरों के मामले पर श्रम संसाधन विभाग द्वारा यथास्थिति बनाये रखने को कहा गया है परिणामस्वरूप निगम कर्मियों ने हड़ताल को स्थगित रखा है। निगम की ओर से इस संबंध में याचिका पटना उच्च न्यायालय में दायर किया गया है और निगम प्रबन्धन एंव समन्वय समिति के बीच द्विपक्षीय समझौता कर दैनिक मजदूरों की सेवाओं को जारी रखा गया है। फिर भी मंत्री अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं।
ऐसी स्थिति में सांकेतिक रुप में आज नगर विकास मंत्री के बयान एंव नगर विकास विभाग के पत्र दिनांक 30/03/20 के विरोध में पटना के सभी 78 वार्डों एंव निगम के सभी अंचलों में निगम कर्मियों ने 5 मिनट तक ताली बजाया एंव विरोध में नारे लगाये |
श्री सिंह ने यह भी जानकारी दी है कि 01अप्रैल को भी अंचल कार्यालय के समक्ष समाजिक दूरी रखते हुये सर पर कफन बाँध कर निगम कर्मियों द्वारा 01 बजे से 10 मिनट तक नारेबाजी एंव ताली के साथ अपना विरोध प्रकट किया जायेगा |
नेताओं ने यह भी कहा है कि नगर विकास मंत्री चाहे जितना भी असंवेदनहीन एंव निजी कम्पनियों के पैरोकार हो जायें,निगम कर्मी/दैनिक मजदूर अपनी सेवा को इस संकट की घड़ी में बंद नहीं करेंगे |