सौरभ निगम की रिपोर्ट /आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में बुधवार को 1 लाख 92 हजार 430 कोरोना सैंपल्स की जांच की गई, जिसमें से 2038 लोग पॉजिटिव पाए गए. हालांकि, बीते 24 घंटे के दौरान 51 मरीजों ने कोरोना को हराया है और पूरी तरह से ठीक हो गए हैं. उत्तर प्रदेश में कोरोना की रफ्तार कितनी भयावह होती जा रही है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में बीते बांच दिनों में ही करीब 4500 नए केस आ चुके हैं. यही वजह है कि योगी सरकार ने पाबंदियां बढ़ा दी हैं. मंगलवार के आंकड़े से तुलना करें तो यूपी में कोरोना की डबल रफ्तार देखने को मिली है. मंगलवार को बीते 24 घंटे में कोरोना के 992 नए केस सामने आए थे, जबकि बुधवार को यह आंकड़ा दो हजार पार कर गया. जबकि सोमवार को कोरोना के 572 केस मिले थे. कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए सरकार ने कोरोना जांच का दायरा और बढ़ाने और तेज करने का फैसला किया है.कोरोना के साथ-साथ ओमिक्रॉन भी दहशत फैला रहा है. उत्तर प्रदेश के कम से कम दर्जन भर जिले में ओमिक्रॉन ने दस्तक दे दी है. धीरे-धीरे ओमिक्रॉन घनी आबादी की ओर पहुंच रहा है. ऐसे में खतरा और बढ़ता ही जा रहा है. जीनोम अनुक्रमण की रिपोर्ट में ओमिक्रॉन के 23 नए मामलों की पुष्टि हुई है, जिससे राज्य में कोरोना के ने वेरिएंट के मरीजों की कुल संख्या 31 हो गई है.स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि 23 नए ओमिक्रॉन मामलों में लखनऊ के आठ, मेरठ के पांच, गाजियाबाद के तीन, मुरादाबाद, कानपुर, आगरा के दो-दो और महाराजगंज के एक केस शामिल हैं. इससे पहले मुजफ्फरनगर (3), गाजियाबाद (2), रायबरेली (1), मेरठ (1), गौतमबुद्ध नगर (1) सहित कुल आठ ओमिक्रॉन के केस सामने आए थे. साथ ही जीनोम अनुक्रमण के लिए कम से कम 50 सैंपल लंबित हैं. इसका मतलब है कि यूपी के अब दस जिलों में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन ने दस्तक दे दी है.